मोतिहारी: स्पेशल ट्रेन से मोतिहारी आ रहे प्रवासी मजदूरों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने में लगे बस ड्राईवरों पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है. एक तरफ ट्रेन से उतर रहे प्रवासी मजदूरों का प्लेटफॉर्म पर स्वागत करने में लगे अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक काफी सतर्क रह रहे हैं.
साथ ही ट्रेन से उतरे मजदूरों की थर्मल जांच कर रहे स्वास्थ्यकर्मी और चिकित्साकर्मी भी पूरे सुरक्षा कवच में प्लेटफॉर्म पर तैनात हैं. वहीं प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने वाले बस ड्राईवरों की सुधि नहीं ली जा रही है.
ड्राइवर पर कोरोना का खतरा
बस ड्राईवर राजेश तिवारी ने बताया कि बिना किसी सुरक्षा के अधिकारी उनसे काम ले रहे हैं. काम नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कहते हैं. राजेश ने बताया कि ना ग्लब्स मिल रहा है और ना ही मास्क दिया गया है. गाड़ी भी दो से तीन दिनों में सेनेटाइज किया जा रहा है. जिसके कारण उन पर भी कोरोना का खतरा मंडरा रहा है. वहीं ड्राईवर कमल साह ने बताया कि कुछ ही बस चालकों को साबून, सेनेटाइजर और मास्क दिया गया है. लेकिन अधिकांश ड्राईवर इन सब चीजों से वंचित हैं.
प्रवासी मजदूरों को पहुंचा रहे घर
ड्राईवर ने बताया कि वह प्रत्येक दिन ट्रेन से आ रहे प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने में लगा हुआ है. जबकि गाड़ी को दो से तीन दिन के अंतराल पर सेनेटाइज किया जाता है. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सुरक्षा को लेकर सरकार लगातार गाइडलाइन जारी कर रही है. ताकि कोरोना के चेन को बढ़ने से रोका जा सके.
लेकिन प्रवासी मजदूरों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने वाले बस के चालकों को सुरक्षा मानक के अनुसार सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जा रही है. लिहाजा इन चालकों पर भी कोरोना का खतरा मंडराने लगा है.