मोतिहारी: अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले पूर्व सीएम और हम प्रमुख जीतनराम मांझी (HAM chief Jitan Ram Manjhi) ने बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर (Baba Saheb Bhim Rao Ambedkar) को लेकर बड़ा बयान दिया है. बिहार के मोतिहारी में अंबेडकर जयंती समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि बाबा साहेब की मृत्यु स्वभाविक नहीं थी. उनकी मृत्यु कहीं न कहीं साजिश के तहत हुई है, क्योंकि बाबा साहेब दलितों को उनका अधिकार दिलाने के लिए उन्हें संगठित कर रहे थे.
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बाबा साहेब की मृत्यु साजिश का हिस्सा: रविवार को पूर्वी चंपारण जिला के केसरिया में अंबेडकर जयंती समारोह का आयोजन किया गया था. जहां पहुंचे पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. उसके बाद समारोह को संबोधित करते हुए मांझी ने बाबा साहेब के अनुयायियों से अत्याचार और अनाचार से लड़ने का आह्वान किया. इस दौरान उन्होंने बाबा साहेब की मौत को साजिश का हिस्सा बताया. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की मृत्यु स्वभाविक नहीं थी. उनकी मृत्यु एक साजिश के तहत हुई है, क्योंकि बाबा साहेब दलितों को उनका अधिकार दिलाने के लिए उन्हें संगठित कर रहे थे.
सरकार पर साधा निशाना: अपने संबोधन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए लागू लाभकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि वह भूमिहीन लोगों को जमीन उपलब्ध कराना चाहते थे लेकिन मेरे लिए गए निर्णय का अनुपालन नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि इसको लेकर विधानसभा में भी कई बार इसके अनुपालन के लिए कहा, फिर भी सरकार उस पर ध्यान नहीं दे रही है.
दिल्ली के शिक्षा मॉडल की तारीफ: जीतनराम माझी ने कहा कि हमलोग मूल निवासी हैं. बाहर के लोग आकर हम पर शासन कर रहे हैं. जिस दिन हमारे समाज के युवा यह समझ जाएंगे, उसी दिन हमारी सरकार होगी. मांझी ने शिक्षा व्यवस्था पर चोट करते हुए कहा कि बिहार में सरकारी विद्यालयों की क्या स्थिति है, यह सब को पता है. उन्होंने कहा कि वे अरविंद केजरीवाल का समर्थन नहीं करते हैं लेकिन उन्होंने दिल्ली में जो शिक्षा प्रणाली लागू की है, वह बेहतर है. हम प्रमुख ने कहा कि जिस कारण आज दिल्ली में निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे सरकारी विद्यालयों की ओर रुख कर रहे हैं.
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