मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी (Crime In Motihari) जिले के भारत नेपाल सीमा पर स्थित शहर रक्सौल (Raxaul) में एसएसबी ने तस्करी के दुर्लभ प्रजाति के दो रेड सैंड बोया सांप बरामद किया है. साथ हीं एसएसबी (SSB) के जवानों ने एक तस्कर को गिरफ्तार किया है. बरामद सांप की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये बतायी जा रही है.
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जानकारी के मुताबिक एसएसबी वाहन चेकिंग अभियान चला रही थी. इसी दौरान इंडिया से नेपाल की ओर जा रहे एक युवक को एसएसबी के जवानों ने रोका और जांच की तो युवक के बाइक के डिक्की से दो रेड सैंड बोया सांप मिले. जवानों ने युवक को गिरफ्तार कर सांप को जब्त कर लिया है.
एसएसबी ने जब्त दोनों रेड सैंड बोया सांप को वन विभाग के हवाले कर दिया है. दरअसल, रेड सैंड बोया सांप को बिहार में दो मुंहा सांप कहा जाता है. जो दुर्लभ प्रजाति का सांप है. विदेशों में इसकी काफी मांग है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में रेड सैंड बोया सांप को तस्कर करोड़ों रुपया में बेचते हैं. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार दोनों सांप को उदयपुर के जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
तीली सतहों पर रहने के कारण रेड सैंड बोआ के नाम में सैंड शब्द जुड़ा है. ये सांप रात में ही निकलता है. मोटे आकार के चलते ये थोड़े सुस्त चाल के होते हैं. खास बात ये है कि रेड सैंड बोया कभी खुद अपने बिल नहीं बनाता. ये चूहों को उनके बिल में घुसकर खाता है और बिल पर कब्जा जमा लेता है. ये दूसरे सांप को भी खा लेते हैं. इसमें जहर नहीं होता. मादा रेड सैंड बोआ 6 से 8 की तादाद में बच्चे देती है. बोआ की खासियत है इसकी पूंछ, जो मुंह की तरह दिखती है, इसलिए इसे दोमुंहा सांप भी कहा जाता है.
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