मोतिहारी: सहारा इंडिया के अभिकर्ताओं ने रीजनल (Sahara India agents picket) ऑफिस पर आक्रोशपूर्ण धरना दिया. जिला के विभिन्न प्रखंडों के अलावा आसपास के जिला के अभिकर्ता शहर के ज्ञानबाबू चौक स्थित रीजनल ऑफिस (Regional Office at Gyanbabu Chowk) पहुंचे थे. हाथों में तख्तियां लिए अभिकर्ता जमाकर्ताओं के जमा राशि के भुगतान की मांग कर रहे थे. सहारा इंडिया के अभिकर्ताओं का कहना था कि जमाकर्ता उनका अपमान करते हैं,गालियां देते है और जमा कराये गए पैसा की मांग करते हैं. जमाकर्ताओं का पैसा बैंक में जमा है और कोर्ट में मामला फंसे होने के कारण भुगतान नहीं हो पा रहा है. इस परिस्थिति में वे लोग अपनी बातें लेकर कहां जाए.
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क्षेत्र में अपमानित होना पड़ता है : सहारा इंडिया बैंकिंग के अभिकर्ता सोनेलाल साह ने बताया कि उनलोगों ने कम्पनी में काम किया. साथ ही खुद अपना पैसा भी जमा कराया है, लेकिन सहारा इंडिया प्रबंधन भुगतान नहीं कर रहा है. उनलोगों को अपने क्षेत्र में अपमानित होना पड़ाता है. जमाकर्ता उनलोगों के साथ मारपीट करते हैं. उनकी गाड़ी व अन्य सामान छीन लेने का धमकी देते हैं. जबकि जमाकर्ता का पैसा कम्पनी के पास जमा है. जिसका सबूत जमाकर्ता के पास है, लेकिन अभिकर्ताओं के माध्यम से पैसा जमा हुआ है,तो जमाकर्ता अभिकर्ताओं को प्रताड़ित करते हैं. उन्होंने बताया कि अगर सहारा इंडिया प्रबंधन जल्द-से-जल्द जमाकर्ताओं का भुगतान नहीं करती है तो वे लोग जोनल ऑफिस का घेराव करेंगे.
डीएम और एसपी से अभिकर्ताओं ने सुरक्षा की लगाई गुहार : सहारा इंडिया बैंक के रीजनल ऑफिस के मैनेजर राकेश कुमार ने बताया कि अभिकर्ताओं के समस्याओं का समाधान स्थानीय थाना के अलावा डीएम व एसपी के माध्यम से कराया है. जमाकर्ताओं के एक-एक पैसा का भुगतान ब्याज समेत सहारा इंडिया करेगी. पैसा जमा करने वाले कई किस्म के लोग हैं. जिसमें कुछ समझ जाने वाले हैं और कुछ समझने वाले नहीं है. इसलिए डीएम और एसपी से मिलकर सहारा परिवार के अभिकर्ताओं ने सुरक्षा को लेकर अनुरोध किए हैं. अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया है.
"सुप्रीम कोर्ट में केस अंडर ट्रायल है. इस कारण जमाकर्ताओं का भुगतान नहीं हो पा रहा है. कोर्ट का निर्णय आने के बाद सभी जमाकर्ताओं का एक-एक पैसा का भुगतान किया जाएगा. जमाकर्ताओं के एक-एक पैसा का भुगतान ब्याज समेत सहारा इंडिया करेगी." - राकेश कुमार, रीजनल मैनेजर,सहारा इंडिया
" सहारा इंडिया प्रबंधन भुगतान नहीं कर रहा है. उनलोगों को अपने क्षेत्र में अपमानित होना पड़ता है. जमाकर्ता उनलोगों के साथ मारपीट करते हैं. उनकी गाड़ी व अन्य सामान छीन लेने का धमकी देते हैं. जबकि जमाकर्ता का पैसा कम्पनी के पास जमा है." - सोनेलाल साह, अभिकर्ता
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