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सेल्फ स्टडी कर सदानंद ने BPSC परीक्षा में मारी बाजी, हासिल किया 5वां रैंक

मोतिहारी के सदानंद कुमार (Sadanand Kumar Of motihari) ने अपने दूसरे प्रयास में बीपीएससी 66 वीं परीक्षा में कामयाबी हासिल की है, जिसके बाद उनके गांव और घर में खुशियों का माहौल है. सदानंद की इस सफलता पर उन्हें बधाईयां देने वालों का तांता लगा हुआ है.

सदानंद कुमार
सदानंद कुमार
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Published : Aug 5, 2022, 7:14 AM IST

मोतिहारी: बीपीएससी 66 वीं परीक्षा का फाइनल रिजल्ट (BPSC 66th Final Result) पूर्वी चंपारण जिला के लिए खुशियां लेकर आई है. जिले के कई प्रतिभागियों ने बीपीएससी के परीक्षा में सफलता पाई है. वहीं, चिरैया प्रखंड के मीरपुर गांव (Mirpur Village Of Chiraiya Block) के सदानंद कुमार ने अपने दूसरे प्रयास में विपरित परिस्थितियों के बावजूद 5 वां रैंक हासिल किया है. बेटे की इस सफलता के बाद सदानंद के घर में उत्सवी माहौल है. फिलहाल सदानंद कुमार दिल्ली में हैं. घर पर उनकी मां ओर दो भाई हैं, जिन्हें गांव के लोग बधाईयां दे रहे हैं और मिठाइयां खिला रहे हैं.

ये भी पढ़ें - BPSC में सुधीर कुमार बने टॉपर, बहन बोलीं- रक्षाबंधन से पहले ही भाई ने दे दिया सबसे महंगा गिफ्ट

2017 में गुवाहाटी से पास की आईआईटीः सदानंद कुमार ने प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव मीरपुर में हीं प्राप्त की. प्लस टू करने के बाद सदानंद ने आईआईटी की परीक्षा दी और उसे क्रैक की. आईआईटी गुवाहाटी 2017 में पास आउट करने के बाद सदानंद कुमार ने यूपीएससी की तैयारी की. लेकिन पैसे की कमी से उन्होंने यूपीएससी की तैयारी छोड़ दी और सदानंद ने एक कम्पनी में अच्छी सैलरी पर नौकरी कर ली. इसी बीच उनकी शादी भी हो गई. ढ़ाई साल की नौकरी करने के बाद उन्होंने कुछ पैसा जमा किया और बीपीएससी की तैयारी शुरु की. बीपीएससी 65 वीं परीक्षा में उन्होंने पहला प्रयास किया. लेकिन सफलता नहीं मिली. जॉब छोड़कर लॉकडाउन और कोरोना इफेक्ट के कारण बीपीएससी की तैयारी के लिए सेल्फ स्टडी शुरु कर दी.

यूपीएससी क्रैक करना है सदानंद का लक्षयः सदानंद के परिजन बताते हैं कि जून 2021 में उनके पिता की मौत हो गई. सदानंद ने दिसंबर में आयोजित बीपीएससी की पीटी क्वालीफाई की और जुलाई में मेंस की परीक्षा दी. इस परीक्षा में सदानंद कुमार ने पांचवां रैंक लाकर अपने प्रखंड और जिला का नाम रौशन किया है. सदानंद का लक्ष्य यूपीएससी क्रैक करना है. बीपीएससी परीक्षा में 5 वां रैंक आने के बाद उनका मनोबल और बढ़ा है और वे ज्वाइनिंग के साथ ही यूपीएससी क्रैक करने पर भी फोकस करेंगे.

युवा सदानंद को मान रहे अपना प्रेरणास्रोतः इधर बीपीएससी 66 वीं परीक्षा (BPSC 66th exam) का परिणाम आने के बाद सदानंद कुमार के घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. सभी एक दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं. सदानंद की मां और भाई ने बताया कि सिविल सर्विस उसका सपना है. वह यहीं नहीं रुकेगा. वह यूपीएससी की परीक्षा में भी सफलता प्राप्त करेगा. गांव के युवा सदानंद को अपना प्रेरणास्रोत बताते हुए अपनी खुशी जता रहे हैं. बता दें कि बीपीएससी 66 वीं परीक्षा को जिले के कई युवकों ने क्रैक किया है. पताही प्रखंड के वैभव प्रिय ने 20 वां रैंक लाया है. वहीं हरसिद्धि प्रखंड के एक युवक के भी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने की जानकारी मिली है.

मोतिहारी: बीपीएससी 66 वीं परीक्षा का फाइनल रिजल्ट (BPSC 66th Final Result) पूर्वी चंपारण जिला के लिए खुशियां लेकर आई है. जिले के कई प्रतिभागियों ने बीपीएससी के परीक्षा में सफलता पाई है. वहीं, चिरैया प्रखंड के मीरपुर गांव (Mirpur Village Of Chiraiya Block) के सदानंद कुमार ने अपने दूसरे प्रयास में विपरित परिस्थितियों के बावजूद 5 वां रैंक हासिल किया है. बेटे की इस सफलता के बाद सदानंद के घर में उत्सवी माहौल है. फिलहाल सदानंद कुमार दिल्ली में हैं. घर पर उनकी मां ओर दो भाई हैं, जिन्हें गांव के लोग बधाईयां दे रहे हैं और मिठाइयां खिला रहे हैं.

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2017 में गुवाहाटी से पास की आईआईटीः सदानंद कुमार ने प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव मीरपुर में हीं प्राप्त की. प्लस टू करने के बाद सदानंद ने आईआईटी की परीक्षा दी और उसे क्रैक की. आईआईटी गुवाहाटी 2017 में पास आउट करने के बाद सदानंद कुमार ने यूपीएससी की तैयारी की. लेकिन पैसे की कमी से उन्होंने यूपीएससी की तैयारी छोड़ दी और सदानंद ने एक कम्पनी में अच्छी सैलरी पर नौकरी कर ली. इसी बीच उनकी शादी भी हो गई. ढ़ाई साल की नौकरी करने के बाद उन्होंने कुछ पैसा जमा किया और बीपीएससी की तैयारी शुरु की. बीपीएससी 65 वीं परीक्षा में उन्होंने पहला प्रयास किया. लेकिन सफलता नहीं मिली. जॉब छोड़कर लॉकडाउन और कोरोना इफेक्ट के कारण बीपीएससी की तैयारी के लिए सेल्फ स्टडी शुरु कर दी.

यूपीएससी क्रैक करना है सदानंद का लक्षयः सदानंद के परिजन बताते हैं कि जून 2021 में उनके पिता की मौत हो गई. सदानंद ने दिसंबर में आयोजित बीपीएससी की पीटी क्वालीफाई की और जुलाई में मेंस की परीक्षा दी. इस परीक्षा में सदानंद कुमार ने पांचवां रैंक लाकर अपने प्रखंड और जिला का नाम रौशन किया है. सदानंद का लक्ष्य यूपीएससी क्रैक करना है. बीपीएससी परीक्षा में 5 वां रैंक आने के बाद उनका मनोबल और बढ़ा है और वे ज्वाइनिंग के साथ ही यूपीएससी क्रैक करने पर भी फोकस करेंगे.

युवा सदानंद को मान रहे अपना प्रेरणास्रोतः इधर बीपीएससी 66 वीं परीक्षा (BPSC 66th exam) का परिणाम आने के बाद सदानंद कुमार के घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. सभी एक दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं. सदानंद की मां और भाई ने बताया कि सिविल सर्विस उसका सपना है. वह यहीं नहीं रुकेगा. वह यूपीएससी की परीक्षा में भी सफलता प्राप्त करेगा. गांव के युवा सदानंद को अपना प्रेरणास्रोत बताते हुए अपनी खुशी जता रहे हैं. बता दें कि बीपीएससी 66 वीं परीक्षा को जिले के कई युवकों ने क्रैक किया है. पताही प्रखंड के वैभव प्रिय ने 20 वां रैंक लाया है. वहीं हरसिद्धि प्रखंड के एक युवक के भी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने की जानकारी मिली है.

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