मोतिहारी: हरसिद्धि में विगत वर्ष आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद पुलिस कार्यशैली से नाराज उनके पुत्र रोहित (RTI Activist Son Commits Self Immolation In Motihari) ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी. आत्मदाह करने से गंभीर रुप से जख्मी रोहित की इलाज के दौरान मौत हो गई. रोहित की मौत के बाद उसके दादा विजय अग्रवाल ने हॉस्पिटल से ही एक वीडियो (RTI activist Vipin Agarwal father released video) जारी किया है. 1 मिनट 43 सेकेंड के इस वीडियो में बुजुर्ग ने अपना दर्द बयां करते हुए पुलिस की कार्यशैली की पोल खोल कर रख दी है. रोहित के आत्मदाह करके जान देने से टूट चुके उसके दादा अब न्याय की गुहार लगा रहे हैं.
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रोहित के दादा ने जारी किया वीडियो: हॉस्पिटल से जारी वीडियो में मृतक रोहित के दादा विजय अग्रवाल ने बताया कि 'पुलिस बयान बदलने के लिए दबाव बना रही है. रोहित एसपी से मिलने गया था, ताकि वह अपने पिता के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर सके. लेकिन एसपी से उसकी मुलाकात नहीं हो सकी. वह एसपी ऑफिस से लौटा. उसने मिट्टी तेल छिड़क कर शरीर में आग लगा ली और घर के सामने स्थित एक तीन मंजिला मकान से छलांग लगा दी. इलाज के लिए रोहित को मोतिहारी के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. अब पुलिस घटना को लेकर बयान बदलने के लिए अब दबाव बना रही है.'
एसपी कार्यालय में कर्मियों से हुई थी बहस : चौदह वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा था. रोहित गुरुवार को एसपी से मिलने गया था. मुलाकात न हो पाने के बाद से ही वह गुस्से में था. सितंबर 2021 में अपने पुत्र विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद गुरुवार की देर रात 14 वर्षीय पौत्र रोहित की आत्मदाह करके जान देने से टूट चुके विजय अग्रवाल ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. विजय अग्रवाल के अनुसार गुरुवार को रोहित एसपी से मिलने के लिये सुबह में ही उनके कार्यालय पहुंचा था. जहां एसपी के नहीं मिलने पर कार्यालय कर्मियों के साथ उसकी बहस हुई.
रोहित ने आत्मदाह से पहले पुलिस को दी थी चेतावनी: बुजुर्ग ने बताया कि रोहित पुलिस से बहस के बाद ही से आवेश में था. नाराज होकर घर लौटे रोहित ने पुलिस को फोन करके 15 मिनट में पिता के बाकी हत्यारों पर कार्रवाई करने को कहा. साथ ही उसने कार्रवाई नहीं करने पर आत्महत्या करने की धमकी दी थी. लेकिन पुलिस की कार्रवाई 15 मिनट में पूरा नहीं होने पर रोहित ने शरीर मे आग लगा कर तीन मंजिले भवन के छत से कूद पड़ा. छत से कूदने के पहले रोहित ने प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाये थे. छत से कूदने पर वह बिजली प्रवाहित हाई टेंशन तार पर गिरा, जिस कारण वह वह बुरी तरह झुलस गया.
"न्याय मांगने के लिए एसपी ऑफिस मेरा पोता गया था. वहां से उत्तेजित होकर हरसिद्धि वापस आया. वापस आने के बाद मिट्टी का तेल खुदपर डालकर आग लगाकर छत से कूद गया. रहमानिया में उसका डेथ हो गया. पुलिस प्रशासन मेरे पर बयान बदलने का दबाव बना रही है.लेकिन जो बात है हम वही लिखेंगे. क्योंकि मोतिहारी से मेरा पोता उत्तेजना में आया था और इस तरह का कांड किया है. हमारे साथ जबरदस्ती बल प्रयोग कर रहे हैं. पुलिस कह रही है तुमको ऐसे नहीं इस तरह से लिखकर देना है."- विजय अग्रवाल, रोहित के दादा
न्याय के लिए परिजन लगा रहे गुहार : बता दें कि 24 सितंबर 2021 को हरसिद्धि प्रखण्ड कार्यालय गेट के पास आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की दिन दहाड़े अपराधियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. परिजनों ने अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध हरसिद्धि थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. घटना के बाद पुलिस अनुसंधान में कई लोगों के नाम सामने आए. जिसमें से सात लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.लेकिन विपिन अग्रवाल के परिजन हरसिद्धि बाजार के कुछ अन्य भू माफियाओं और सफेदपोशों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. जिसे लेकर कई बार विपिन के परिजन अधिकारियों के यहां गुहार लगा चुके हैं. साथ ही कई बार वे लोग सड़क पर भी उतरे थे. हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला था.
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