मोतिहारी: रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है. वहीं कुछ प्रत्याशियों को लेकर अब भी अटकलें लगाई जा रही है. पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र से आकाश सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है.
आकाश कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह के बेटे हैं, जबकि पहले से रालोसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता माधव आनंद पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र में लोगों के साथ तालमेल मिला चुके हैं. रालोसपा सुप्रीमो प्रत्याशी का नाम सार्वजनिक कर चुके हैं. लिहाजा, प्रत्याशी के नाम की घोषणा होने के साथ ही सारी अटकलों पर विराम लग गया लेकिन स्थानीय स्तर पर महागठबंधन की पार्टियों के नेताओं के चेहरे और बयानों में निराशा साफ झलक रही है.
आकाश के टिकट पर लगी मुहर
बता दें कि लगभग चार महीने पूर्व से रालोसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता माधव आनंद पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र के लोगों के साथ अपना सामंजस्य बनाकर रखे हों लेकिन उपेंद्र कुशवाहा ने लोगों को जानकारी पहले ही सप्ष्ट कर चुके हैं. वह टिकट पहले ही आकाश को देने का बात कर चुके हैं.
रालोसपा प्रवक्ता ने मुखिया को कही ये बात
माधव आनंद ने रालोसपा प्रमुख को क्षेत्र में चुनाव की तैयारियों में लगने की बात बताई. लेकिन जब टिकट वितरण के दरमियान उपेंद्र कुशवाहा ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश सिंह को तवज्जो देना जरूरत समझा. जिसके बाद कार्यकर्त्ता खुल कर तो नहीं बोल रहे हैं लेकिन चेहरे का भाव और बोलने के अंदाज में निराशा साफ झलकती है.
राजद की नाराजगी
महागठबंधन के दूसरे घटक दल राजद के नेता ने भी इस बात को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. दरअसल, पूर्वी चंपारण सीट रालोसपा के खाता में जाने के बाद जिले के राजद नेता और चारों विधायक पटना में राबड़ी आवास पर नारेबाजी करने पहुंच गए. ताकि सीट राजद के खाते में ही रहे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सीट राजद को नहीं बल्कि रालोसपा के खाते में गई.
कांग्रेस खेमे में खुशी की लहर
बहरहाल, आकाश सिंह को पूर्वी चंपारण से महागठबंधन का प्रत्याशी बनाये जाने के बाद केवल कांग्रेसी खेमें में खुशी की लहर देखने को मिली है. इसका कारण कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डा. अखिलेश प्रसाद सिंह के पुत्र को टिकट मिलने का है.