मोतिहारी: पूरी दुनिया की नाक में दम करके रखने वाले कोरोना वायरस के खिलाफ पूर्वी चंपारण के लोग भी अब जागरुक होने लगे हैं. सरकार के निर्देश के बावजूद कोरोना के खिलाफ शुरु हुई जिला प्रशासन की मुहिम पर पानी फेरने में मोतिहारी नगर परिषद पूरे जोर शोर से लगा है. रोजाना शहर का कई टन कचरा और उसके अलावा मरे हुए जानवरों के अवशेष नगर परिषद की गाड़ियां एनएच किनारे फेंक जाती हैं, जिस कारण एनएच के दोनों किनारे कचरा का टीला बन गया हैं. आरजेडी के नरकटिया विधायक डॉ. शमीम अहमद ने नगर परिषद की इन कारगुजारियों का विरोध किया. उन्होंने जिला प्रशासन से नगर परिषद की ओर से एनएच किनारे किए जा रहे कूड़ा डंपिंग पर रोक लगाने की मांग की है.
'कोरोना से लड़ाई की सरकारी मुहिम पर अधिकारी फेर रहे है पानी'
राजद विधायक डॉ. शमीम अहमद ने कहा कि सरकार कोरोना से लड़ने का दावा कर रही है. दूसरी ओर उनके अधिकारी लोगों को संक्रमित करने का हर संभव उपाय करने में जुटे हैं. बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन रोकने का साधन तक हमारे पास नहीं है और सरकार वायरल इंफेक्शन से लड़ने का दावा कर रही है.
डम्पिंग यार्ड में नहीं होता है कचरा निस्तारण
बता दें कि नगर विकास विभाग ने मोतिहारी नगर परिषद क्षेत्र के कचरा निस्तारण के लिए शहर से सटे जमला रोड में एक डम्पिंग यार्ड का निर्माण किया है. इसके संचालन की जिम्मेदारी निजी हाथों में है. लेकिन बावजूद इसके शहर के कूडें को नगर परिषद के कर्मी एनएच किनारे फेंक देते हैं. इसके खिलाफ ही राजद विधायक ने आवाज उठाई है.