मोतिहारी : विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर पूर्वी चंपारण जिला प्रशासन ने जन जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया. संयुक्त श्रम भवन में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर मुक्त कराये गए तीन बच्चों को 25-25 हजार का चेक डीएम ने दिया. साथ ही वर्त्तमान वित्तीय वर्ष में विमुक्त कराए गए 30 बच्चों को 3-3 हजार रुपये का चेक तत्काल सहायता राशी के रुप में दिया गया. इसके अलावा सभी बच्चों को डीएम ने स्कूल बैग भी दिया. वहीं कार्यक्रम के बाद डीएम ने बाल श्रम उन्मूलन को लेकर जन जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
बाल श्रम पर जीरो टॉलरेंस के आधार पर हो रहा है काम- डीएम
इस मौके पर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि जिले में चाईल्ड लेबर के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के आधार पर जिला प्रशासन ने काम करना शुरु किया है. इसके लिए व्यापक कार्य योजना बनाई जा रही है. उन्होंने आयोजित कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न जगहों से मुक्त कराये गए बच्चों का उनके इच्छा के अनुसार प्राईवेट और सरकारी स्कूल में नामांकन कराया जाएगा. साथ ही सरकार प्रायोजित योजनाओं का लाभ मुक्त कराये गए बच्चों को दी जाएगी.
24 युवकों को दिया गया नियोजन पत्र
कार्यक्रम में जिला नियोजन कार्यालय द्वारा संचालित नियोजन शिविर के माध्यम से 24 युवकों को नियोजन पत्र भी सौंपा गया. इस मौके पर प्रशिक्षु आईपीएस समीर सौरभ के अलावा निर्देश संस्था समेत कई सामाजिक संगठनों के सदस्य मौजूद थे.