मोतिहारीः बिहार के मोतिहारी सदर अस्पताल में डॉक्टरों का प्रदर्शन (Protest of doctors in Motihari Sadar Hospital) देखने को मिला. डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि बायोमैट्रिक से अटेंडेंस बनाने के बाद भी एवसेंट कर वेतन काट लिया जाता है. वेतन कटौती के विरोध में डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी. सूचना मिलने के बाद पहुंचे सीएम ने सभी डॉक्टरों को समझा बुझाकर शांत कराया और वेतन भुगतान करने का आश्वासन दिया. इसके बाद ओपीडी चालू हो पाया. इस दौरान मरीजों को काफी परेशानी हुई.
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गैरहाजिर कर वेतन काटने का आरोपः डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि बायोमेट्रिक से हाजरी बनाने के बाद भी गैरहाजिर कर वेतन काटना और वेतन रोकने का काम किया जाता है. विगत मई महीने का बायोमेट्रिक का डाटा गायब है. डाटा में छेड़छाड़ करने के कारण डाटा गायब हुआ है. ताकि वेतन में कटौती की जा सके. जबकि राज्य स्वास्थ्य समिति के अनुसार बायोमेट्रिक सिस्टम का अभी ट्रायल चल रहा है. छुट्टी के लिए इएल और सीएल लेने पर वेतन काट लिया जाता है.
"बायोमैट्रिक मशीन में एवसेंट दिखाने से वेतन काट लिया गया है. वेतन काटने से पहले कोई सूचना नहीं दी गई थी. इसी कारण हमलोग प्रदर्शन कर रहे हैं. जबकि अभी बायोमेट्रिक सिस्टम का ट्रायल चल रहा है." - डॉ. मुकेश कुशवाहा, हड़ताली चिकित्सक
मरीजों को परेशानीः सदर अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मियों द्वारा ओपीडी बहिष्कार करने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सबसे अधिक परेशानी सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से आए मरीजों को हुआ. मरीजों के परिजन ने बताया कि कई घंटे से अस्पताल में हैं. इस काउंटर से उस काउंटर घूम रहे हैं. पर्ची नहीं कट रहा है. कोई डॉक्टर देखने को तैयार नहीं है. सिविल सर्जन अंजनी कुमार ने बताया कि बायोमेट्रिक सिस्टम के हाजिरी के आधार पर वेतन भुगतान का आदेश सरकार और जिलाधिकारी के स्तर से मिला था. जिसे पूर्ण रूप से लागू नहीं किया गया है.
"बिना कोई पूर्व सूचना के इनलोगों के द्वारा कार्य का बहिष्कार करने की सूचना मिली. यहां आकर इनलोगों की बातें सुनी. फिलहाल इनके वेतन का आदेश दिया गया है. इस मामले को लेकर सरकार को भी अवगत कराया जाएगा. ओपीडी को चालू करा दिया गया है." -अंजनी कुमार, सिविल सर्जन, मोतिहारी