मोतिहारी: आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु का जन्मदिन 14 नवंबर को बाल दिवस के रुप में मनाया जाता रहा है. लेकिन दिवाली की उमंग में मोतिहारी के लोग चाचा नेहरु को हीं भूल गए. आनन-फानन में कांग्रेस आश्रम बंजरिया पंडाल में जवाहर लाल नेहरु के चित्र पर जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष शैलेंद्र शुक्ला ने पुष्प अर्पित किया. साथ ही आश्रम में खेल रहे बच्चों के बीच चॉकलेट बांटकर औपचारिकताएं पुरी की.
'शासन-प्रशासन पर लगाया आरोप'
जिला कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र शुक्ला ने वीडियों के माध्यम से शासन प्रशासन पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही जवाहर लाल नेहरु के जन्मदिन को प्रशासनिक स्तर पर नहीं मनाने पर उसकी निंदा की.
'पहले कई कार्यक्रम होते थे आयोजित'
बता दें कि पहले प्रशासनिक स्तर पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के जन्मदिन को मनाया जाता था. आम लोगों के साथ स्कूली बच्चे झांकियां निकालते थे. सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में 14 नवंबर को जवाहर लाल नेहरु के जन्मदिन के अवसर पर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था. लेकिन इस साल राजनीतिक औरप्रशासनिक स्तर पर जवाहर लाल नेहरु के जन्मदिन के अवसर पर किसी तरह की औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की गई है.