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बिहार: रक्सौल में नो मेन्स लैंड को नेपाल ने बताया अपना, लगाया बोर्ड

इंडो-नेपाल सीमा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्थानीय लोगों की मानें, तो चीन की सह पर नेपाल ने नो मेन्स लैंड पर अपना बोर्ड लगा दिया.

नो मेन्स लैंड पर नेपाल ने लगाया बोर्ड
नो मेन्स लैंड पर नेपाल ने लगाया बोर्ड
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Published : Jul 7, 2020, 10:04 PM IST

Updated : Jul 7, 2020, 10:32 PM IST

पूर्वी चम्पारण (रक्सौल) : बिहार के रक्सौल स्थिति इंडो-नेपाल बॉर्डर के नो मेन्स लैंड शंकराचार्य गेट पर नेपाल सरकार की तरफ से बोर्ड लगा दिया गया. नेपाल पुलिस ने बोर्ड लगाकर उसे अपनी सीमा बता दिया. इस दौरान सीमा विवाद बढ़ गया. हालांकि, एसएसबी और सुरक्षा एजेंसियों के कड़े रुख के बाद नेपाल ने इस बोर्ड को हटा लिया.

मंगलवार को नेपाल की तरफ से भारत-नेपाल मैत्री पुल पर एक बोर्ड लगाया गया. इस बोर्ड पर ये लिखा गया, 'जिला प्रहरी कार्यालय पर्सा, वीरगंज सीमा क्षेत्र प्रारंभ.' इसके अलावा बोर्ड पर वहां के स्थानीय नेपाली अधिकारियों के फोन नंबर भी लिखे गए. लिहाजा, बिहार के लोगों ने इस बात का विरोध करना शुरू कर दिया. कुछ देर बाद एसएसबी के जवान वहां पहुंच गए. पहले तो इस बाबत उन्होंने नेपाल पुलिस को समझाते हुए बोर्ड हटाने की बात की. लेकिन काफी देर बाद, जब कड़ा रुख अख्तियार किया गया. तब जाकर नेपाल ने अपना बोर्ड नो मेन्स लैंड से हटा लिया.

नो मेन्स लैंड पर नेपाल ने लगाया बोर्ड

पहली बार नहीं हुआ सीमा विवाद
ऐसा यहां पहली बार नहीं हुआ है. पिछली दफा कोरोना से हुई मौतों के बाद नेपाली प्रशासन ने सभी शवों का अंतिम संस्कार नो मेन्स लैंड पर लाकर कर दिया था. स्थानीय सीमाई गांव आयुर्वेद टोला के ग्रामीणों ने उस वक्त भी कड़ा प्रतिरोध दर्ज कराया.

पढ़ें ये खबर : रक्सौल BDO ने सौंपी रिपोर्ट- नेपाली सेना ने नो मेन्स लैंड में कोरोना मरीजों के दफनाये शव

तो वहीं भारतीय सीमा क्षेत्र के सीमाई गांव पनटोका मे नेपाली सेना एपीएफ ने टेंटनुमा छोटे-छोटे कैंप स्थापित कर अतिक्रमण किया था. लेकिन ईटीवी भारत पर खबर चलने के बाद स्थानीय प्रशासन ने हस्ताक्षेप किया. इसके बाद इन कैंप को हटा लिया गया.

पढ़ें ये खबर: भारत-नेपाल सीमा के बेतौन्हा बॉर्डर पर तनाव जारी, आवाजाही बंद होने से लोगों को हो रही परेशानी

सीमा से आवाजाही पूर्ण रूप से बंद
दरअसल, पिछले महीने सीतामढ़ी में नेपाल की ओर से फायरिंग की गई थी. जिसमे एक भारतीय युवक की मौत हो गई थी. जिसके बाद से नेपाल सीमा से आवाजाही पूर्ण रूप से बंद कर दी गई है. साथ ही नेपाल ने अपने हिस्से में पड़ने वाले गंडक बराज के 18 गेट के मरम्मत कार्य पर रोक लगा दी थी. जिससे बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया था. हालांकि बाद में नेपाल की तरफ से रोक हटा दी गई.

पूर्वी चम्पारण (रक्सौल) : बिहार के रक्सौल स्थिति इंडो-नेपाल बॉर्डर के नो मेन्स लैंड शंकराचार्य गेट पर नेपाल सरकार की तरफ से बोर्ड लगा दिया गया. नेपाल पुलिस ने बोर्ड लगाकर उसे अपनी सीमा बता दिया. इस दौरान सीमा विवाद बढ़ गया. हालांकि, एसएसबी और सुरक्षा एजेंसियों के कड़े रुख के बाद नेपाल ने इस बोर्ड को हटा लिया.

मंगलवार को नेपाल की तरफ से भारत-नेपाल मैत्री पुल पर एक बोर्ड लगाया गया. इस बोर्ड पर ये लिखा गया, 'जिला प्रहरी कार्यालय पर्सा, वीरगंज सीमा क्षेत्र प्रारंभ.' इसके अलावा बोर्ड पर वहां के स्थानीय नेपाली अधिकारियों के फोन नंबर भी लिखे गए. लिहाजा, बिहार के लोगों ने इस बात का विरोध करना शुरू कर दिया. कुछ देर बाद एसएसबी के जवान वहां पहुंच गए. पहले तो इस बाबत उन्होंने नेपाल पुलिस को समझाते हुए बोर्ड हटाने की बात की. लेकिन काफी देर बाद, जब कड़ा रुख अख्तियार किया गया. तब जाकर नेपाल ने अपना बोर्ड नो मेन्स लैंड से हटा लिया.

नो मेन्स लैंड पर नेपाल ने लगाया बोर्ड

पहली बार नहीं हुआ सीमा विवाद
ऐसा यहां पहली बार नहीं हुआ है. पिछली दफा कोरोना से हुई मौतों के बाद नेपाली प्रशासन ने सभी शवों का अंतिम संस्कार नो मेन्स लैंड पर लाकर कर दिया था. स्थानीय सीमाई गांव आयुर्वेद टोला के ग्रामीणों ने उस वक्त भी कड़ा प्रतिरोध दर्ज कराया.

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तो वहीं भारतीय सीमा क्षेत्र के सीमाई गांव पनटोका मे नेपाली सेना एपीएफ ने टेंटनुमा छोटे-छोटे कैंप स्थापित कर अतिक्रमण किया था. लेकिन ईटीवी भारत पर खबर चलने के बाद स्थानीय प्रशासन ने हस्ताक्षेप किया. इसके बाद इन कैंप को हटा लिया गया.

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सीमा से आवाजाही पूर्ण रूप से बंद
दरअसल, पिछले महीने सीतामढ़ी में नेपाल की ओर से फायरिंग की गई थी. जिसमे एक भारतीय युवक की मौत हो गई थी. जिसके बाद से नेपाल सीमा से आवाजाही पूर्ण रूप से बंद कर दी गई है. साथ ही नेपाल ने अपने हिस्से में पड़ने वाले गंडक बराज के 18 गेट के मरम्मत कार्य पर रोक लगा दी थी. जिससे बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया था. हालांकि बाद में नेपाल की तरफ से रोक हटा दी गई.

Last Updated : Jul 7, 2020, 10:32 PM IST
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