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मोतिहारी: सदर अस्पताल में नहीं है आपातकालीन व्यवस्था, एक्सपायर पड़े हैं फायर सिलेंडर

फायर सेफ्टी सिलेंडर एक्सपायर होने की जानकारी जिले के स्वास्थ्य महकमा के अधिकारियों को नहीं थी. बाद में सिविल सर्जन ने कहा कि वह इसकी जांच करेंगे.

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Published : May 21, 2019, 9:06 AM IST

फायर सिलेंडर

मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले के लोगों के स्वास्थ्य का जिम्मा जिस सदर अस्पताल के भरोसे है, उसी सदर अस्पताल की सुरक्षा आज खतरे में है. इस जिले की आबादी लगभग साठ लाख है. दरअसल, पड़ताल के दौरान अस्पताल की आपात व्यवस्था में एक बड़ी चूक सामने आई है.

नहीं है आपात स्थिति में बचाव का रास्ता
सदर अस्पताल में आपात स्थिति के लिए लगे फायर फाइटिंग किट्स एक्सपायर हो चुके हैं. बता दें कि अस्पताल के लगभग हर वार्ड में फायर सिलेंडर लगा है. लेकिन, ज्यादातर एक्सपायर हो चुके हैं. बाकी बचे सिलेंडर खाली पड़े हैं. जो केवल शोभा बढ़ाने के लिए रखे हुए हैं. इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों की सुरक्षा के साथ जिले का स्वास्थ्य महकमा खिलवाड़ करता नजर आ रहा है. अस्पताल परिसर में यदि कोई अनहोनी होती है तो बचाव का रास्ता नहीं जान पड़ता है.

सिविल सर्जन का बयान

अधिकारियों को नहीं थी इस बात की जानकारी
चौंकाने वाली बात यह है कि सदर अस्पताल में लगे फायर सेफ्टी सिलेंडर एक्सपायर होने की जानकारी जिले के स्वास्थ्य महकमा के अधिकारियों को नहीं थी. इस बाबत जब सिविल सर्जन से जवाब-तलब किया गया तो उन्होंने पहले तो अस्पताल के अधीक्षक पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश की. लेकिन, बाद में उसे खुद देखकर बदलने और रिफिल कराने की बात कही.

मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले के लोगों के स्वास्थ्य का जिम्मा जिस सदर अस्पताल के भरोसे है, उसी सदर अस्पताल की सुरक्षा आज खतरे में है. इस जिले की आबादी लगभग साठ लाख है. दरअसल, पड़ताल के दौरान अस्पताल की आपात व्यवस्था में एक बड़ी चूक सामने आई है.

नहीं है आपात स्थिति में बचाव का रास्ता
सदर अस्पताल में आपात स्थिति के लिए लगे फायर फाइटिंग किट्स एक्सपायर हो चुके हैं. बता दें कि अस्पताल के लगभग हर वार्ड में फायर सिलेंडर लगा है. लेकिन, ज्यादातर एक्सपायर हो चुके हैं. बाकी बचे सिलेंडर खाली पड़े हैं. जो केवल शोभा बढ़ाने के लिए रखे हुए हैं. इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों की सुरक्षा के साथ जिले का स्वास्थ्य महकमा खिलवाड़ करता नजर आ रहा है. अस्पताल परिसर में यदि कोई अनहोनी होती है तो बचाव का रास्ता नहीं जान पड़ता है.

सिविल सर्जन का बयान

अधिकारियों को नहीं थी इस बात की जानकारी
चौंकाने वाली बात यह है कि सदर अस्पताल में लगे फायर सेफ्टी सिलेंडर एक्सपायर होने की जानकारी जिले के स्वास्थ्य महकमा के अधिकारियों को नहीं थी. इस बाबत जब सिविल सर्जन से जवाब-तलब किया गया तो उन्होंने पहले तो अस्पताल के अधीक्षक पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश की. लेकिन, बाद में उसे खुद देखकर बदलने और रिफिल कराने की बात कही.

Intro:मोतिहारी।लगभग साठ लाख की आबादी वाले पूर्वी चंपारण जिले के लोगों के स्वास्थ्य का जिम्मा जिस सदर अस्पताल के भरोसे है।उसी सदर अस्पताल की आपात स्थिति में सुरक्षा खतरे में है।


Body:सदर अस्पताल में आपात स्थिति में फायर फाईटिंग के लिए लगभग हर वार्ड में लगे फायर सिलेंडर एक्सपायर हो चुके हैं।कुछ है भी तो वह खाली केवल शोभा बढ़ाने के लिए रखे हुए हैं।ईलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों की सुरक्षा के साथ जिले का स्वास्थ्य महकमा खिलवाड़ कर रहा है।


Conclusion:सदर अस्पताल में फायर फाईटिंग के लिए लगे फायर सेफ्टी सिलेंडर के एक्सपायर होने की जानकारी जिले के स्वास्थ्य महकमा के अधिकारियों को नहीं थी।जिसकी जानकारी जब सिविल सर्जन को दी गई।तो पहले उन्होने अस्पताल के अधीक्षक पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश की।लेकिन बाद में उसे खुद देखकर बदलने और रिफिल कराने की बात कही।
बाइट.....डा. बीके सिंह.....सिविल सर्जन
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