मोतिहारी: कृषि विभाग के राज्य मुख्यालय ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों के साथ फसल अवशेष के प्रबंधन को लेकर बैठक की. इस बैठक में फसल अवशेष के प्रबंधन को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए. इस वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा की गई बैठक में जिले के जिलाधिकारी समेत उनके नेतृत्व में कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
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फसल अवशेष प्रबंधन पर रखें नज़र
पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े कृषि विभाग के सचिव ने फसल अवशेष को खेतों में नहीं जलाने को लेकर किसानों को जागरुक करने की बात कही. वहीं साथ ही निर्देश दिया कि किसानों के जरिए किए जा रहे फसल अवशेष प्रबंधन पर निगरानी रखी जाए. सचिव ने बताया कि खेतों में फसल अवशेष जला देने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति खत्म हो जाती है, साथ ही इससे पर्यावरण भी प्रदूषित होता है.
फसल अवशेष जलाने वाले डीबीटी से होंगे वंचित
बैठक में कृषि विभाग के सचिव ने कंबाइन्ड हार्वेस्टर का उपयोग नहीं करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कंबाइन्ड हार्वेस्टर का उपयोग करने वाले किसानों से लिखित स्पष्टीकरण लिए जाएं. उन्होंने खेतों में लगे कंबाइन्ड हार्वेस्टर से फसल अवशेष को जलाने वाले किसान का डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर बंद करने का भी निर्देश दिया. साथ हीं ऐसी शिकायत मिलने पर संबंधित पंचायत के किसान सलाहकार पर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही. सचिव ने वीसी के माध्यम से बताया कि जल जीवन हरियाली योजना में फसल अवशेष को शामिल किया गया है.