मोतिहारी: सिविल कोर्ट के दो न्यायाधीश के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी होने के दूसरे दिन गुरुवार को न्यायालीय कार्य अवरुद्ध रहा. परंतु प्रभारी जिला जज सह प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेन्द्र चौबे सहित कुछे न्यायधीशों ने जमानत अर्जी व अन्य न्यायालीय कार्य किए.
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सुबह में न्यायालय के सभी प्रवेश द्वार थे बंद
सिविल कोर्ट के दो जज के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एहतियातन न्यायालय परिसर के सभी प्रवेश गेट बंद कर दिया गया है. न्यायालय के प्रवेश द्वार पर पुलिस की सक्रियता बढ़ा दी गयी. जिसकी जानकारी मिलने पर विधिज्ञ संघ के जिला महासचिव कन्हैया कुमार सिंह के प्रयास से प्रभारी जिला जज ने परिस्थिति को देखते हुए सभी गेटों को पूरी तरह से खोल देने का निर्देश दिया.
मध्याह्न के पूर्व खोले गए गेट
न्यायाधीश के निर्देश के आलोक में मध्याह्न के पूर्व न्यायालय परिसर के सभी पांच प्रवेश द्वारों को खोलकर पैरवीकारों को आने जाने के लिए सामान्य बना दिया गया. जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव कन्हैया कुमार सिंह ने बताया कि 5 अप्रैल से मॉर्निंग शिफ्ट में न्यायालय के कार्य पूर्व की भांति सामान्य रूप से चलेंगे. उन्होंने कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अपनी सुरक्षा को पहली प्राथमिकता देने की अपील अधिवक्ताओं से की. साथ ही मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को पालन करने के लिए अधिवक्ताओं से कहा.
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