मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के मधुबन थाना क्षेत्र में बेटे ने खता की और सजा उसकी मां को मिली. थाना क्षेत्र का एक युवक अपने ही गांव की प्रेमिका के साथ भाग गया. इससे नाराज लड़की के घरवालों ने उसकी मां के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी.
उसे गंभीर हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के चार दिन बाद भी पुलिस ने पीड़िता की सुध नहीं ली है और न ही उसका बयान दर्ज किया है, जबकि पुलिस ने ही लड़की के घरवालों के चंगुल से पीड़िता को छुड़ाकर सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. हालांकि एनसीडीएचआर की जिला स्तरीय टीम ने पीड़िता से मिलकर घटना की जानकारी ली है.
सदर अस्पताल में चल रहा है इलाज
सदर अस्पताल में इलाजरत पीड़िता ने बताया कि उसका बेटा गांव की एक लड़की को लेकर भाग गया. 30 जनवरी की सुबह लड़की के घरवाले आए और उठाकर ले गए. उनलोगों ने मारपीट की गई और जुल्म की सारी हदें पार कर दी.
पुलिस को पीड़िता के घरवालों ने सूचना दी, लेकिन पुलिस शाम में मौके पर पहुंची और पीड़िता को लड़की के घरवालों के चंगुल से छुड़ाकर इलाज के लिए मधुबन पीएचसी में भर्ती कराया. पीएचसी के डॉक्टर ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया. उसके बाद मधुबन पुलिस ने पीड़िता को सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसका इलाज चल रहा है.
एनसीडीएचआर की टीम घटनास्थल का करेगी दौरा
घटना की जानकारी मिलने पर एनसीडीएचआर के जिला संयोजक राजू बैठा अपनी टीम के साथ सदर अस्पताल पहुंचे और पीड़िता से मुलाकात की. उन्होंने पीड़िता से घटना की जानकारी ली. राजू बैठा ने कहा कि दलित अत्याचार के इस मामले में पुलिस की लापरवाही स्पष्ट दिखाई दे रही है. जल्द ही एनसीडीएचआर की उच्चस्तरीय टीम घटनास्थल का दौरा कर पुलिस के वरीय अधिकारियों से मिलेगी.