मोतिहारी: इस साल भी जून महीने में विभिन्न विभागों में थोक भाव में ट्रांसफर-पोस्टिंग हुआ है. कृषि विभाग के राज्य मुख्यालय ने भी प्रखंड कृषि पदाधिकारियों के ट्रांसफर का लिस्ट 30 जून को जारी किया. इस लिस्ट में एक ऐसे पदाधिकारी का नाम भी था, जो उसी दिन रिटायर्ड हुए थे. मुख्यालय के इस गलती को जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद ने लिपिकीय भूल (Mistake In Transfer List Of Block Agriculture Officer) बताया है. उन्होंने कहा कि विभाग को इसकी सूचना दी गई है. जिला स्तर से चिट्ठी भी जारी कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें: Bihar Budget 2022: बिहार में कृषि विभाग के लिए 7712.30 करोड़ रुपए आवंटित
184 बीएओ का ट्रांसफर: दरअसल, कृषि विभाग के राज्य मुख्यालय ने 30 जून को राज्य के 184 प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सहायक अनुसंधान पदाधिकारी एवं समकक्ष पद पर पदस्थापित अधिकारियों का तबादला किया. जिसमें पूर्वी चंपारण जिला के रक्सौल प्रखंड में पदस्थापित बीएओ रविंद्र कुमार का स्थानांतरण बांका जिला के बौसी प्रखंड में किया गया. कृषि विभाग के विशेष सचिव के हस्ताक्षर से जारी सूची में रविंद्र कुमार का नाम 22 वें नंबर पर अंकित है, जबकि वे 30 जून को ही सेवानिवृत्त हो चुके है.
यह भी पढ़ें: गोपालगंज में भी होंगे सेब के बगान, कश्मीर नहीं गोपालगंज में लहलहाएंगे सेब के बागान
रिटायरमेंट पर भावपूर्ण विदाई: रक्सौल में प्रखंड कृषि पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित रविंद्र कुमार 30 जून को सेवानिवृत्त होने पर भावपूर्ण विदाई दी गई थी. उनके फेयरवेल पार्टी कार्यालय में ही आयोजित किया गया था. उसी शाम विभाग की तरफ से पदाधिकारियों का ट्रांसफर लिस्ट जारी किया. जिसमें रिटायर्ड पदाधिकारी का नाम भी शामिल था. जिसे देखकर सभी चौक गए. उनको ट्रांसफर बांका जिला के बौसी प्रखंड में किया गया था. साथ ही आगामी 8 जुलाई के अंदर अनिवार्य रूप प्रभार ग्रहण व योगदान देने का निर्देश दिया गया है.
अधिकारी ने बताया लिपिकीय भूल:जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद ने बताया कि पूर्व में ही जिला में तीन साल पूरा करने वाले और सेवानिवृत्त एग्रीकल्चर कैडर के अधिकारियों की रिपोर्ट भेजी जा चुकी है. उन्होंने सेवानिवृत्त बीएओ रविंद्र कुमार के ट्रांसफर को लिपिकीय भूल बताया है. इधर सेवानिवृत्ति के बाद ट्रांसफर होने की जानकारी मिलने पर रविंद्र कुमार ने बताया कि विभाग ने उनका प्रभार रामगढ़वा बीएओ रंजन कुमार को सौंपने का निर्देश दिया था और उन्होंने अपना प्रभार दे भी दिया. उन्होंने भी इसे मानवीय भूल बताया है.