मोतिहारी: महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, विट्टी गाॅशिप एसोसिएशन और भारतीय शोध फाउंडेशन के संयुक्त शैक्षणिक तत्वावधान में ऑनलाइन 'वैश्विक शांति एवं सतत् विकास सम्मेलन 2021' का आयोजन किया गया. शिखर सम्मेलन का विषय संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित 17 सतत विकास लक्ष्यों के बारे में युवाओं को शिक्षित करना है. इस ऑनलाइन सेमिनार में भविष्य के बेहतर परिणाम और पर्यावरण सुरक्षा के लिए इस अंतरराष्ट्रीय पहल से स्थिरता के विभिन्न पहलुओं को विशेष रुप से समाहित किया गया.
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जलवायु परिवर्तन पर जाहिर की चिंता
ऑनलाइन शिखर सम्मेलन में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा मुख्य अतिथि रहे. प्रो. संजीव शर्मा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए जलवायु परिवर्तन पर अपनी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन मानव के भविष्य के लिए ठीक नहीं है. कुलपति ने जलवायु परिवर्तन को लेकर दूरदर्शिता का परिचय देते हुए सादगी और समेकित जीवन की तरफ लौटने की उम्मीद की.
राष्ट्र संघ के लक्ष्य को मानवता से किया जा सकता है प्राप्त
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय के फैकल्टी सदस्य डॉ. उदयकांत झा ने गरीबी के आयामों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि गरीबी दुनिया के विभिन्न देशों में विभिन्न रूपों में है. दुनिया के 9 प्रतिशत से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं. उन्होंने गरीबी से संबंधित अनेक आंकड़े भी रखे. इलेक्ट्रॉनिक व इंस्ट्रूमेंट विभाग के सह आचार्य डॉ. मनप्रीत सिंह मन्ना ने कहा कि राष्ट्र संघ के लक्ष्य को मानवता से ही प्राप्त किए जा सकता हैं. उन्होंने शिक्षण संस्थाओं से कहा कि वह सिर्फ डिग्री नहीं ज्ञान भी दें. उन्होंने कहा कि किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ हमें खुशी और शांति भी प्राप्त करने की जरूरत है.