मोतिहारीः बिहार के पूर्वी चंपारण जिला में शराब पीने से हुई मौत के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं. वहीं इस मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है और विभिन्न दलों के नेताओं का दौरा भी जारी है. इसी क्रम में जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो सोमवार को मोतिहारी पहुंचे, जहां उन्होंने शराब पीने से मृत हुए लोगों के परिजनों से मुलाकात की और उनके दुःखों को बांटा. इस दौरान जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए और कहा कि राज्य के सभी नेता और अधिकारी शराब पीते हैं.
ये भी पढ़ेंः Bihar Hooch Tragedy: सत्ता पक्ष और विपक्ष के दबाव में मुआवजे पर U-टर्न, कैसे बदला सुशासन सरकार का मन?
'ताड़ी बेचने की अनुमति मिलनी चाहिए': जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि जिस थाना क्षेत्र में शराब मिले और जहरीली शराब पीने से मौत हो. उस थाना के थानाध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए. दलित बस्तियों को शराब से मुक्ति मिलनी चाहिए. केवल पासी समाज को ताड़ी बेचने की अनुमति मिलनी चाहिए. सरकार जिले में सिर्फ होटल में अंग्रेजी शराब की टैक्स बढ़ाकर बिक्री पर रायसुमारी करके पुनर्विचार करे. अगर मेरी सरकार बनेगी तो मैं शराब को गांव में नहीं ले जाऊंगा. जहरीली शराब का नामोनिशान मिटा दूंगा. ड्रग्स और कोरैक्स के कारोबार को खत्म कर दूंगा. जो चालीस हजार करोड़ रुपये का राजस्व दूसरे राज्य को जा रहा है, उसको बढ़ायेंगे.
"नेता और अधिकारी माफिया बन रहे हैं. इनके डीएनए की जांच की जाए तो उनके चेहरे बेनकाब हो जायेंगे. इस पैसे से चुनाव लड़े जा रहे हैं, साइकिल वाला फर्चूनर खरीद रहा है. मेरी सरकार बनेगी तो मैं इस पर रोक लगाउंगा. शराब को गांव में नहीं ले जाऊंगा. जहरीली शराब का नामोनिशान मिटा दूंगा"- पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो
जिले में अब तक 36 लोगों की मौतः सरकार से आग्रह है कि वो शराब नीति पर विचार करे. कोई भी पॉलिसी पुनर्विचार के लिए होता है. जिला में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. शराब पीने के कारण पिछले तीन दिनों में 36 लोगों की मौत के बाद पुलिसिया कार्रवाई भी शुरु है. वहीं सदर अस्पताल में 18 लोगों का इलाज चल रहा है, जबकि जिला के विभिन्न निजी अस्पतालों में 14 लोगों का इलाज जारी है. एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने पांच थाना के थानाध्यक्ष के अलावा नौ चौकीदार और एएलटीएफ के दो एएसआई को निलम्बित कर दिया है.