मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला में भूमि माफियाओं की मनमानी चलती है. गलत कागज के आधार पर सरकारी भूमि का निबंधन कराने का खेल तो सालों से चल रहा है. लेकिन अब इन माफियाओं ने बिना आदेश के बेखौफ होकर नाले पर अवैध निर्माण का काम शुरु कर दिया है.
हालांकि जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के संज्ञान में मामला जाने के बाद डीएम ने संबंधित अधिकारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
भूमाफियाओं का शहर के नाले पर कब्जा
मोतिहारी शहर के नकछेद टोला के पास राधा नगर से होकर गुजरने वाले नाले पर भूमाफियाओं ने चार फीट का ह्यूम पाईप लगाकर पुल बनाना शुरु कर दिया है. ताकि वहां के सरकारी जमीन को बेचा जा सके. नकछेद टोला के रहने वाले आलोक वर्मा ने बताया कि इस नाले से होकर बाढ़ और बरसात का पानी निकलता है. जिस कारण शहर में जलजमाव की स्थिति नहीं बनती है.
आलोक वर्मा ने बताया कि भूमाफियायों ने इस नाले पर निर्माण कार्य शुरु कर दिया है. लेकिन जिला प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया कि नाले को जल्द से जल्द अतिक्रमणमुक्त कराया जाए. वरना शहर से बरसात और बाढ़ के पानी का निकलना मुश्किल हो जाएगा.
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ईटीवी भारत ने दी अवैध निर्माण की जानकारी
ईटीवी भारत ने जब डीएम को नाला पर हो रहे अवैध निर्माण की जानकारी दी, तो उन्होंने नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी को नाले पर हो रहे निर्माण को ध्वस्त करने का निर्देश दिया. साथ ही नगरपालिका एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का भी आदेश दिया गया. इसके अलावा सदर एसडीओ को भी नाला पर हो रहे अवैध निर्माण की जांच करने का निर्देश मिला है.
नाले से होकर निकलता है बरसात का पानी
दरअसल, शहर के नकछेद टोला के पास राधानगर से होकर गुजरने वाले नाला के एक तरफ के भाग को भूमाफियाओं ने पहले ही कब्जा करके मकान बना लिया है. अब दूसरे तरफ के भाग को कब्जा करने की कोशिश माफियाओं ने शुरु कर दी है. इस नाला से बरसात के दिनों में आधा शहर का पानी निकलता है और मोतीझील में चला जाता है. लेकिन उस पर हो रहे अवैध निर्माण पर डीएम के संज्ञान लेने से कुछ उम्मीद जगी है.