पूर्वी चंपारणः बिहार के पूर्वी चंपारण में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor In East Champaran) के जन सुराज पदयात्रा का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रशांत किशोर ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी से जो 20 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है उसकी भारपाई आप लोगों से की जा रही है. शराबबंदी के नाम पर आम जनता को सरकार लूट रही है.
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डीजल की कीमत पर 10 रुपए ज्यादा वसूला जा रहाः प्रशांत किशोर ने लोगों से कहा कि शराबबंदी की भरपाई बिहार की आम जनता से डीजल-पेट्रोल के माध्यम से की जा रही है. बाकी अन्य राज्यों के मुकाबले बिहार में पेट्रोल डीजल की कीमत पर 10 रुपए ज्यादा वसूला जा रहा है. किसानों की बात पर चर्चा करते हुए कहा कि बिहार की जनता धान 2040 रुपए के बजाए 1400 से 1500 रुपए में बेच रहे हैं. जिसका नतीजा यह है की लोगों को अपना कर्ज चुकाने के लिए अपनी ज़मीन बेचनी पड़ रही है. घर में अगर किसी की बेटी की शादी हो तो जमीन बेचनी पड़ती है. फिर भी बिहार सरकार लोगों से ऐसा व्यवहार कर रही है.
किसान जमीन खरीदने के बजाय बेच रहेः जन सुराज पदयात्रा (Jan Suraj Padyatra) के दौरान प्रशांत ने लोगों से किसान का उदाहरण देते हुए कहा कि इतनी खेती होने के बाद भी किसानों का विकास नहीं हो रहा है. इसका कारण है खेती के लिए डीजल पर 9 रुपया ज्यादा लिया जा रहा है. धान कम दाम पर बेचा जा रहा है. अगर किसी किसान के घर में बेटी की शादी करनी हो तो जमीन बेचकर करना होता है. ऐसे में किसान जमीन बेचेंगे नहीं तो खरीदेंगे. बिहार में शराबबंदी है लेकिन होम डिलीवरी वाला शराबबंदी है. लोगों को मुर्ख बनाया जा रहा है.
"बिहार सरकार शराबबंदी के नाम पर आम जनता को लूट रही है. शराबबंदी से जो 20 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है, उसकी भारपाई आम जनता कर रही है. बिहार में शराबबंदी के नाप पर होम डिलीवरी हो रही है." - प्रशांत किशोर, राजनीतिक रणनीतिकार