मोतिहारी: प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंधित है. बावजूद जिले में इसका उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन ने मोतिहारी के शहरी क्षेत्र में प्लास्टीक के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया. छापेमारी टीम के नेतृत्व डीएम रमण कुमार कर रहे थे. जांच टीम को देखने के बाद कई दुकानदार अपनी दुकानें छोड़ फरार हो गए. इस दौरान टीम ने दो दर्जन से अधिक दुकानदारों से जुर्माने की राशि वसूली.
'पॉलिथीन इस्तेमाल करने वाले पर हागी कार्रवाई'
इस बाबत डीएम रमण कुमार ने बताया कि जिले में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन है. लेकिन फिर भी स्थानीय दुकानदार इसका इस्तेमाल करते थे. जिसके खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया. उन्होनें बताया कि पॉलिथीन की वजह से प्रदुषण हो रहा है. शहर की नालियां जाम हो रही है.
'पॉलिथीन का इस्तेमाल न करें लोग'
मौके पर डीएम ने लोगों से पॉलिथीन का उपयोग छोड़ने की अपील की. उन्होंने बताया कि जिले में अगर कोई भी आगे से अगर कोई दुकानदार या आम आदमी पॉलिथीन का इस्तेमाल करता हुआ पाया जाता है, तो उसपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वातावरण को बचाने के लिए आगे इस तरह का जांच अभियान जारी रहेगा.
पॉलिथीन पर्यावरण के लिए खतरनाक
प्रदेश में कई जगहों पर पॉलिथीन बैन है, बावजूद इसके दुकानदार चोरी-छिपे पॉलिथीन का प्रयोग करते पाये जाते हैं. 40 माइक्रॉन से कम पतली पॉलिथीन पर्यावरण की दृष्टि से बेहद नुकसानदायक होते है. हालांकि ये पॉलिथीन उपयोग में काफी सस्ती पड़ती हैं, इसलिये इनका उपयोग धड़ल्ले से किया जाता है. लोग इसका इस्तेमाल कर कूड़े में फेंक देते है.
सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ जारी है अभियान
गौरतलब है किप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है. इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2019 को हुई थी. पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस को दिए गए भाषण में लोगों और सरकारी एजेंसियों से देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने की अपील की थी. सरकार ने साल 2022 तक देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है.
क्या है सिंगल यूज प्लास्टिक?
सिंगल-यूज प्लास्टिक एक ऐसा प्लास्टिक जिसका उपयोग हम केवल एक बार करते हैं. एक इस्तेमाल करके फेंक दी जाने वाली प्लास्टिक ही सिंगल-यूज प्लास्टिक कहलाता है.