पूर्वी चंपारण: बिहार के मोतिहारी में हरसिद्धि थाना (Harsiddhi Police Station) में आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या (RTI activist Vipin Agarwal Murder) की जांच में तेजी आ गई है. पुलिस विपिन हत्याकांड की जांच वैज्ञानिक तरीके से कर रही है. विभिन्न टावर लोकेशन के कॉल रिकॉर्ड्स की समीक्षा की जा रही है. वहीं, रविवार को मुजफ्फरपुर से एफएसएल की टीम भी हरसिद्धि पहुंची थी.
ये भी पढ़ें- मोतिहारी: RTI कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हत्याकांड का जल्द होगा उद्भेदन, एसपी ने किया दावा
डीएसपी अभिनव धिमन ने बताया कि एफएसएल की टीम ने घटना स्थल पर गिरे खून का नमूना संग्रह किया है. साथ ही कपड़ों के सैंपल को भी जांच के लिए एफएसएल की टीम ने लिया. डीएसपी अभिनव धिमन के अनुसार मृतक विपिन अग्रवाल के मोबाइल सीडीआर की जांच की जा रही है. इसके अलावा कई अन्य लोगों के मोबाइल सीडीआर को खंगाला जा रहा है.
बतादें कि जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने 24 सितंबर की दोपहर में आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल को प्रखंड कार्यालय के पास गोलियों से भून दिया था. विपिन को चार गोलियां लगी थी. गोली मारने के बाद अपराधी फायरिंग करते हुए भाग खड़े हुए. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जख्मी विपिन अग्रवाल को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया. जहां से विपिन को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल लाने के क्रम में विपिन अग्रवाल की मौत हो गई.
ये भी पढ़ें- RTI कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या, भू-अतिक्रमण के खिलाफ चला रखा था अभियान
विपिन हत्याकांड के तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली ही हैं. पुलिस इस हत्याकांड के हर पहलुओं पर जांच कर किसी नतीजे पर पहुंचने के प्रयास में जुटी है. इसी क्रम में मुजफ्फरपुर से एफएसएल टीम आई थी. एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से कई नमूनों को जांच के लिए इकट्ठा किया है.