मोतिहारी : चंपारण की कला, संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले शिक्षाविद् और मगध विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. विरेंद्र नाथ पांडेय की पहली पुण्यतिथि मनाई गई. इस अवसर पर जर्नलिस्ट वेलफेयर सोसाइटी के तत्वावधान में जिला परिषद् के सभागार में शैक्षणिक, सांस्कृतिक और पत्रकारिता के क्षेत्र में डॉ. विरेंद्र पाण्डेय की भूमिका विषयक सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार का उद्घाटन जिप अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल, पूर्व मंत्री और नगर विधायक प्रमोद कुमार, ढाका विधायक पवन जायसवाल और भारतीय संगीत नाटक अकादमी की सदस्य नीतू कुमारी नूतन ने संयुक्त रुप से किया.
बढ़ाया चंपारण का मान-सम्मान
सेमिनार की शुरुआत डॉ. विरेंद्र नाथ पांडे के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालने के साथ हुई. साथ हीं वक्ताओं ने उनके कई अनछुए पहलुओं पर भी प्रकाश डाला. जिप अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल ने कहा कि डॉ. विरेंद्र पांडेय ने कला, संस्कृति के क्षेत्र में चंपारण का मान सम्मान बढ़ाया है. उनके निधन से शिक्षा के साथ कला के क्षेत्र में भी अपूरणीय क्षति हुई है.
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कला और शिक्षा के क्षेत्र में दिया अमूल्य योगदान
पूर्व मंत्री व नगर विधायक प्रमोद कुमार ने कहा कि डॉ. विरेंद्र पांडेय ने कला और शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपना अमूल्य योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि वे खुद एक अच्छे कलाकार थे और अपनी कला से उन्होंने सबका दिल भी जीता था. ढाका विधायक पवन जायसवाल ने कहा कि डॉ. विरेंद्र पांडेय बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे. जिनका आशीर्वाद बराबर मिलता रहा.