मोतिहारी: बक्सर जिले के चर्चित एम्बुलेंस मामले को प्रमुखता से दिखाने के कारण ईटीवी भारत संवाददाता उमेश पांडेय पर दर्ज एफआईआर को लेकर पूर्वी चंपारण जिला में भी विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने सत्ताधारी दलों पर निशाना साधा है. हरसिद्धि के पूर्व राजद विधायक व प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र कुमार राम ने ईटीवी भारत के संवाददाता पर भाजपा नेता द्वारा दर्ज कराए गए प्राथमिकी की निंदा करते हुए कहा कि "सत्ता की हनक में सरकार और उनके मंत्री तानाशाह हो गए हैं.
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पत्रकार पर हुए एफआईआर का खुद संज्ञान लें सीएम
पूर्व विधायक राजेंद्र राम ने कहा कि इस निरंकुश सरकार के तानाशाह मंत्रियों की सच्चाई को जब पत्रकार उजागर करता है, तो उस पत्रकार पर सत्ता में बैठे नेता एफआईआर दर्ज कराकर उसे डराना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार स्वतंत्र एजेंसियों का गला घोटने में लगी है. जो सरकार को आइना दिखाए, जो जनहित में बोले और जो लोकतांत्रिक व्यवस्था, राष्ट्र व राज्य के हित में बोलेगा. सरकार उसे प्रताड़ित करके जेल में डालेगी. यह काफी निंदनीय है. उन्होंने कहा कि बक्सर के ईटीवी भारत के संवाददाता पर दर्ज कराये गए एफआईआर के मामले में नीतीश कुमार को खुद संज्ञान लेना चाहिए.
ईटीवी भारत के सच्ची खबर पर परेशान हो गए मंत्री
दरअसल, कोरोना संकट के दौर में जहां स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर लोग परेशान हैं. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने अपने संसदीय क्षेत्र बक्सर को दी गई एम्बुलेंस का रंग रोगन और नया स्टिकर लगाकर चार-चार बार उद्घाटन किया. जिस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ दिखाया. अश्विनी चौबे के एम्बुलेंस प्रकरण पर खबर-दर-खबर खुलासा करने के कारण भाजपा नेता परशुराम चतुर्वेदी ने ईटीवी भारत संवाददाता उमेश पांडे पर एफआईआर दर्ज करा दी. जिसे लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गई है.
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