पूर्वी चंपारण: शनिवार को जिला परिषद के सभागार में एक बैठक कर संवेदक संघ का गठन किया गया. टेंडर वार को लेकर अब तक अपनी डफली अपना राग अलापने वाले पूर्वी चंपारण के संवेदकों को सरकार की नीतियों ने एक मंच पर ला दिया है. उन्हें अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए अब माध्यम की जरूरत दिखाई देने लगी है.
पहला संवेदक संघ गठित
यह राज्य का पहला संवेदकों का गठित संघ है. जो सरकार के नीतियों से परेशान संवेदकों के दर्द को सरकार तक पहुंचाएगा और उसके निदान के लिए काम करेगा. पटना में जल्द ही नवगठित संघ के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन देने का निर्णय लिया गया है. इसमें सर्वसम्मति से सुरेंद्र कुमार सिंह को अध्यक्ष चुना गया.
'अनावश्यक दबाव बनाकर काम करवाना चाहती है सरकार'
अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि सरकार संवेदकों पर अनावश्यक दबाव बनाकर काम करवाना चाहती है. उन्होंने कहा कि सरकार के हिसाब से काम करने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन सरकार आंकलन की राशि नहीं बढ़ाना चाहती है. जिससे संवेदकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन्हीं सब परेशानियों को संघ के माध्यम से सरकार तक पहुंचाया जाएगा.
सभी डिवीजन में एक-एक कमिटी का गठन
बैठक में जिला स्तर पर सर्वसम्मति से अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महासचिव चुना गया. साथ ही एक मार्गदर्शक मंडल और जिले के सभी डिवीजन में एक-एक कमिटी का गठन किया गया. जिसमें पकड़ीदयाल, ढ़ाका, अरेराज, रक्सौल, चकिया और मोतिहारी शामिल हैं.