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मोतिहारी: बाढ़ राहत से वंचित पीड़ितों ने किया CO कार्यालय का घेराव, दफ्तर में लगाया ताला

आक्रोशित लोगों का कहना है कि अंचलाधिकारी ने क्षेत्र का निरीक्षण किए बिना ही कार्यालय में बैठकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची बना दी. इस कारण सदर प्रखंड के लगभग चालीस हजार लोग बाढ़ राहत से वंचित हो गए हैं.

अंचलाधिकारी के कार्यालय का घेराव करते बाढ़ पीड़ित
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Published : Jul 25, 2019, 9:45 AM IST

मोतिहारी: बाढ़ राहत कार्य को लेकर भाजपा नेताओं ने अपने ही सरकार के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बाढ़ सहायता संघर्ष समिति के बैनर तले सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित कई पंचायतों के लोगों ने अंचलाधिकारी के कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान आक्रोशित बाढ़ प्रभावित लोगों ने कार्यालय में तालाबंदी की और वहीं धरने पर बैठ गए. लोगों के आक्रोश को देख अंचलाधिकारी कार्यालय से निकल गए.

बिना निरीक्षण के बनी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची

आक्रोशित लोगों का कहना है कि अंचलाधिकारी ने क्षेत्र का निरीक्षण किए बिना ही कार्यालय में बैठकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची बना दी. इस कारण सदर प्रखंड के लगभग चालीस हजार लोग बाढ़ राहत से वंचित हो गए हैं. लोगों ने बताया कि अगर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची में उनके पंचायत और गांव को शामिल नहीं किया गया तो अगली बार डीएम कार्यालय का घेराव किया जाएगा.

अंचलाधिकारी के कार्यालय का घेराव करते बाढ़ पीड़ित

पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने की मांग

दरअसल, जिला प्रशासन ने सदर प्रखंड के सिर्फ एक पंचायत को पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित और आठ पंचायत को आंशिक रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया. लेकिन जब सूबे के कला संस्कृति व युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार ने अपने विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया तो उन्होंने सदर प्रखंड के नौ पंचायतों को पूर्ण रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बताया. उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि सभी पंचायतों को पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया जाए. लेकिन जिला प्रशासन ने मंत्री के आग्रह को नहीं माना. इसी कारण से सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित लोग बुधवार को भाजपा नेताओं के नेतृत्व में अंचल कार्यालय पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया.

मोतिहारी: बाढ़ राहत कार्य को लेकर भाजपा नेताओं ने अपने ही सरकार के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बाढ़ सहायता संघर्ष समिति के बैनर तले सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित कई पंचायतों के लोगों ने अंचलाधिकारी के कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान आक्रोशित बाढ़ प्रभावित लोगों ने कार्यालय में तालाबंदी की और वहीं धरने पर बैठ गए. लोगों के आक्रोश को देख अंचलाधिकारी कार्यालय से निकल गए.

बिना निरीक्षण के बनी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची

आक्रोशित लोगों का कहना है कि अंचलाधिकारी ने क्षेत्र का निरीक्षण किए बिना ही कार्यालय में बैठकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची बना दी. इस कारण सदर प्रखंड के लगभग चालीस हजार लोग बाढ़ राहत से वंचित हो गए हैं. लोगों ने बताया कि अगर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची में उनके पंचायत और गांव को शामिल नहीं किया गया तो अगली बार डीएम कार्यालय का घेराव किया जाएगा.

अंचलाधिकारी के कार्यालय का घेराव करते बाढ़ पीड़ित

पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने की मांग

दरअसल, जिला प्रशासन ने सदर प्रखंड के सिर्फ एक पंचायत को पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित और आठ पंचायत को आंशिक रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया. लेकिन जब सूबे के कला संस्कृति व युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार ने अपने विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया तो उन्होंने सदर प्रखंड के नौ पंचायतों को पूर्ण रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बताया. उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि सभी पंचायतों को पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया जाए. लेकिन जिला प्रशासन ने मंत्री के आग्रह को नहीं माना. इसी कारण से सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित लोग बुधवार को भाजपा नेताओं के नेतृत्व में अंचल कार्यालय पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया.

Intro:मोतिहारी।बाढ़ राहत को लेकर भाजपा नेताओं ने अपने हीं सरकार के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।बाढ़ सहायता संघर्ष समिति के बैनर तले सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित विभिन्न पंचायतों के लोगों ने अंचलाधिकारी के कार्यालय का घेराव किया।इस दौरान आक्रोशित बाढ़ प्रभावित लोगों ने कार्यालय में तालाबंदी की और वहीं धरना पर बैठ गए।हालांकि,लोगों के आक्रोश को देख अंचलाधिकारी कार्यालय से निकल गए। प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा नेताओं द्वारा किया जा रहा था।जिसमें प्रखंड के लगभग सभी पंचायतो के पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद थे।


Body:आक्रोशित लोगों का कहना है कि अंचलाधिकारी ने बिना भौतिक सत्यापन किए हीं कार्यालय में बैठकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची को बनाया है।जिस कारण सदर प्रखंड के लगभग चालीस हजार लोग बाढ़ राहत से वंचित हो गए है।आक्रोशित लोगों ने बताया कि अगर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची में उनके पंचायत और गांव को शामिल नहीं किया गया।तो अगली बार डीएम कार्यालय का घेराव किया जाएगा।


Conclusion:दरअसल,जिला प्रशासन ने सदर प्रखंड के सिर्फ एक पंचायत को पूर्ण और आठ पंचायत को आंशिक रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र माना है।लेकिन जब सूबे के कला संस्कृति व युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार ने अपने विधान सभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।तो दौरा के बाद उन्होने सदर प्रखंड के नौ पंचायतों को पूर्ण रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बताया और जिला प्रशासन से आग्रह किया कि सभी पंचायतों को पूर्ण रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया जाए।लेकिन जिला प्रशासन ने मंत्री के आग्रह को नहीं माना।लिहाजा,सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित लोग बुधवार को भाजपा नेताओं के नेतृत्व में अंचल कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया।

बाईट.....प्रकाश अस्थाना....मीडिया प्रभारी,जिला भाजपा(सर में गमछा लपेटे)
बाईट.....गणेश प्रसाद सिंह....भाजपा नेता व जिला पार्षद(लाल टीका लगाये)
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