मोतिहारी: लगातार हो रही बारिश से जिले की कई नदियां उफान पर हैं. जिले से होकर बहने वाली गंडक, लालबकेया सिकरहना समेत कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर से बह रही हैं. बारिश के कारण अब बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. नदी के किनारे बसे लोग अपने सामानों को समेटने में लगे हैं.
बढ़ते जलस्तर से भयभीत हैं ग्रामीण
सिकरहना नदी के किनारे बसे हसुआहां गांव के रहने वाले कृष्णा सहनी ने ईटीवी भारत को बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और जिस तेजी से नदी का पानी बढ़ रहा है. इससे यही लगता है कि अगले बारह से चौबीस घंटे के बीच घर तक पानी पहुंच जाएगा. वहीं, हरि सहनी का कहना है कि नदी के जलस्तर में पिछले कुछ घंटों से बढ़ोतरी देखने को मिला है, जो बाढ़ आने का संकेत है. नदी किनारे बसे गजपुरा गांव के रहने वाले भरत सहनी ने बताया कि वह जलावन समेत अपने अन्य सामानों को समेट रहे हैं ताकि बाढ़ आने की स्थिति में सामान सुरक्षित रह सके.
सिकहरना नदी मचाती है तबाही
बता दें कि सिकरहना पश्चिमी चंपारण से निकलने वाली नदी है, जो पूर्वी चंपारण जिला में तबाही मचाती है. सिकरहना नदी को चंपारण के बाद मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक के नाम से पुकारा जाता है. सिकरहना नदी के तांडव से जिले के सुगौली, बंजरिया, पकड़ीदयाल और मधुबन प्रखंड के विभिन्न गांव के ग्रामीण हर साल परेशानी झेलते हैं.