मोतिहारी: बिहार में एईएस से सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई है. इसकी चपेट में पूर्वी चम्पारण जिला भी है. प्रशासन ने इससे निपटने के लिए सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी थी. लेकिन सदर अस्पताल के अधीक्षक और उपाधीक्षक आदेश को अनसुना कर ड्यूटी से गायब रहते थे. जिस पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
डीएम के निरिक्षण में ड्यूटी से थे गायब
दरअसल, जिलाधिकारी ने एईएस से निपटने के लिए मेडिकल इमरजेंसी घोषित किया था. इसके वाबजूद सदर अस्पताल अधीक्षक डॉ. केएन गुप्ता और उपाधीक्षक डॉ. मनोज कुमार अक्सर ड्यूटी से गायब रहते थे. एईएस से पीड़ित बच्चों का हालचाल जानने पहुंचे जिलाधिकारी ने दोनों को बिना कारण बताए ड्यूटी से नदारद पाया था.
अनुमति के बाद दर्ज होगी एफआईआर
इस लापरवाही पर डीएम ने सिविल सर्जन से कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. बीके सिंह ने एफआईआर करने की अनुमति विभाग के प्रधान सचिव से मांगी है. अनुमति मिलने के बाद दोनों पर एफआईआर की जायेगी.