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RTI कार्यकर्ता की हत्या के 24 घंटे बाद भी अंधेरे में तीर चला रही मोतिहारी पुलिस

मोतिहारी में बीते दिनों बाइक सवार अपराधियों ने आरटीआई कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में मृतक के पिता विजय कुमार अग्रवाल ने हरसिद्धि थाने में लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करायी है. पढ़ें पूरी खबर...

FIR registered against unknown criminals in RTI activist murder case in Motihari
FIR registered against unknown criminals in RTI activist murder case in Motihari
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Published : Sep 25, 2021, 9:33 PM IST

पूर्वी चंपारण (मोतिहारी): जिले में आरटीआई कार्यकर्ता (RTI Activist) के हत्या मामले में हरसिद्धि थाना (Harsiddhi Police Station) में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गई है. एफआईआर (FIR) दर्ज करने के लिए मृतक के पिता विजय कुमार अग्रवाल ने थाना में लिखित आवेदन दिया है. हालांकि, पुलिस इस हत्याकांड में पुलिस अभी अंधेरे में तीर चला रही है. पुलिस ने पूछताछ के लिए एक युवक को हिरासत में लिया है.

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मृतक के पिता विजय कुमार अग्रवाल ने अपने दिए गए आवेदन में बताया है कि उनका पुत्र विपिन अग्रवाल ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय के तरफ से मोटरसाइकिल से लौट रहा था. इसी दौरान मुख्य सड़क पर आने के लिए मुड़ने के दौरान अपराधियों ने विपिन को गोली मार दी. जिस कारण उनकी मौत हो गई.

बता दें कि जिला के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में बाइक सवार अपराधियों ने शुक्रवार की दोपहर में आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल को प्रखंड कार्यालय के पास गोलियों से भून दिया. विपिन को चार गोलियां लगी थी. गोली मारने के बाद अपराधी फायरिंग करते हुए भाग खड़े हुए. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जख्मी विपिन अग्रवाल को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया. जहां से विपिन को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल लाने के क्रम में विपिन अग्रवाल की मौत हो गई.

बता दें कि विपिन अग्रवाल हरसिद्धि बाजार के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता थे. उन्होंने हरसिद्धि में सरकारी भूमि के अतिक्रमण के खिलाफ अकेले अभियान छेड़ रखा था. जिस कारण वह भू माफियाओं के निशाने पर थे. विपिन ने स्थानीय अधिकारियों से लेकर डीजीपी तक अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई थी. लेकिन प्रशासन विपिन के मामले में हमेशा उदासीन बनी रही.

विपिन अग्रवाल आरटीआई से जानकारी प्राप्त करने के बाद कोर्ट में अतिक्रमणवाद का कई मुकदमा लड़ रहे थे. विपिन अग्रवाल के ऊपर पूर्व में कई बार हमला हो चुका था. पिछले साल उनके घर में घुसकर अपराधियों ने परिजनों के साथ मारपीट और घर में लूटपाट की थी. विपिन अग्रवाल ने थाना में कई आवेदन देकर सनहा और प्राथमिकी दर्ज करायी थी. लेकिन उनके आवेदन पर कार्रवाई के मामले में पुलिस हमेशा उदासीन बनी रही.

यह भी पढ़ें - पुरानी महबूबा का दिल जीतने के लिए आशिक बना लाइनर, पढे़ं खतरनाक मंसूबे की पूरी कहानी

पूर्वी चंपारण (मोतिहारी): जिले में आरटीआई कार्यकर्ता (RTI Activist) के हत्या मामले में हरसिद्धि थाना (Harsiddhi Police Station) में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गई है. एफआईआर (FIR) दर्ज करने के लिए मृतक के पिता विजय कुमार अग्रवाल ने थाना में लिखित आवेदन दिया है. हालांकि, पुलिस इस हत्याकांड में पुलिस अभी अंधेरे में तीर चला रही है. पुलिस ने पूछताछ के लिए एक युवक को हिरासत में लिया है.

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मृतक के पिता विजय कुमार अग्रवाल ने अपने दिए गए आवेदन में बताया है कि उनका पुत्र विपिन अग्रवाल ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय के तरफ से मोटरसाइकिल से लौट रहा था. इसी दौरान मुख्य सड़क पर आने के लिए मुड़ने के दौरान अपराधियों ने विपिन को गोली मार दी. जिस कारण उनकी मौत हो गई.

बता दें कि जिला के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में बाइक सवार अपराधियों ने शुक्रवार की दोपहर में आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल को प्रखंड कार्यालय के पास गोलियों से भून दिया. विपिन को चार गोलियां लगी थी. गोली मारने के बाद अपराधी फायरिंग करते हुए भाग खड़े हुए. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जख्मी विपिन अग्रवाल को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया. जहां से विपिन को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल लाने के क्रम में विपिन अग्रवाल की मौत हो गई.

बता दें कि विपिन अग्रवाल हरसिद्धि बाजार के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता थे. उन्होंने हरसिद्धि में सरकारी भूमि के अतिक्रमण के खिलाफ अकेले अभियान छेड़ रखा था. जिस कारण वह भू माफियाओं के निशाने पर थे. विपिन ने स्थानीय अधिकारियों से लेकर डीजीपी तक अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई थी. लेकिन प्रशासन विपिन के मामले में हमेशा उदासीन बनी रही.

विपिन अग्रवाल आरटीआई से जानकारी प्राप्त करने के बाद कोर्ट में अतिक्रमणवाद का कई मुकदमा लड़ रहे थे. विपिन अग्रवाल के ऊपर पूर्व में कई बार हमला हो चुका था. पिछले साल उनके घर में घुसकर अपराधियों ने परिजनों के साथ मारपीट और घर में लूटपाट की थी. विपिन अग्रवाल ने थाना में कई आवेदन देकर सनहा और प्राथमिकी दर्ज करायी थी. लेकिन उनके आवेदन पर कार्रवाई के मामले में पुलिस हमेशा उदासीन बनी रही.

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