मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले के स्वास्थ्य महकमा में लूट मची हुई है. लूट का तरीका को सुनकर लोग आश्चर्य में पड़ जायेंगे. जिले के एक पीएचसी में सर्जिकल दुकान से सोफा सेट, दीवान पलंग, टीवी, टाटा स्काई के डीटीएच सेट की खरीदारी हुई है. इतना हीं नहीं एक दूसरे सर्जिकल स्टोर ने छड़, गिट्टी, बालू और सिमेंट समेत कई सामानों की सप्लाई पीएचसी में की है.
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सरकारी राशि के लूट का यह खेल जिले के केसरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ है. जिन सामग्रियों के खरीदारी का फर्जी बिल बनाकर लाखों रुपये की सरकारी राशि की निकासी भी कर ली गई है. हालांकि,फर्जी बिल के सहारे सरकारी राशि के निकासी को सिविल सर्जन लूट मानने से कतरा रहे हैं.
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बनाई गई है जांच कमिटी
इस अवैध निकासी के बारे में पूछे जाने पर सिविल सर्जन अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. जिसकी जांच के लिए एक कमिटी का गठन कर दिया गया है. कमिटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. लूट के सवाल पर उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद हीं कुछ कहा जा सकता है.
'सर्जिकल स्टोर्स को हो चुका है भुगतान'
दरअसल, केसरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने सर्जिकल आईटम की सप्लाई करने वाले दुकान से ऐसे सामग्रियों की सप्लाई लेकर भुगतान किया है. मोतिहारी शहर के चंपारण सर्जिकल स्टोर से सर्जिकल आईटम और दवा की जगह दीवान, पलंग, सोफा सेट, टीवी, टाटा स्काई समेत कुल एक लाख 85 हजार 890 रुपये की खरीददारी दो बिल भाउचर पर की गई है.
- गणपति सर्जिकल ने छड़ ,गिट्टी, बालू, सिमेंट और बिजली के सामान समेत एक लाख 13 हजार से अधिक की सामग्री की सप्लाई की है. जिसका भुगतान भी कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि जिला स्वास्थ्य समिति के प्रबंधक स्तर के एक अधिकारी भी सर्जिकल दुकान से अघोषित रूप से जुड़े हुए हैं.
- हालांकि,अब देखना है कि इस मामले में गठित कमिटी किस तरह का जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपती है. क्योंकि जिले के स्वास्थ्य महकमा में हुए वित्तीय अनियमितता का यह पहला मामला नहीं है. पूर्व में हुए कई अनियमितताओं के जांच रिपोर्ट पर धूल की मोटी परत जमी हुई है और कार्रवाई अभी तक शून्य रही है.