मोतिहारी: कोरोना की महामारी के दौरान गरीब लोग ज्यादा परेशान हैं. वहीं, सरकार की ओर से उन्हें मदद पहुंचाने के लिए पीडीएस के जरिए राशन दिया जा रहा है. लेकिन जिले के सदर प्रखंड के गोढ़वा पंचायत स्थित वार्ड नंबर-8 के लोग अधिकारियों के लालफीता शाही से परेशान हैं. जिले में आपूर्त्ति से जुड़े अधिकारियों ने सैकड़ों गांव वालों के नाम को दूसरे गांव के पीडीएस से जोड़ दिया है, इससे ग्रामीण परेशान हैं.
इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाया और जिले के डीएम तक पहुंचाया. जिस पर संज्ञान लेते हुए डीएम ने खाद्यान्न आपूर्त्ति से जुड़े अधिकारियों को ग्रामीणों को उनके गांव के डीलर के माध्यम से राशन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. लेकिन अधिकारियों ने डीएम के निर्देश को ताक पर रखकर दूसरे गांव के डीलर से मई तक का राशन उठाव करवाने के लिए पत्र जारी कर दिया है. वहीं, गांव के वार्ड नंबर-8 लोगों के लिए जून माह से उनके अपने गांव के डीलर से राशन लेंगे ऐसा आश्वासन दिया है. अधिकारियों के मनमानी के खिलाफ गांव वाले भी दूसरे गांव में जाकर अनाज नहीं लेने की जिद पर अड़े हुए हैं.
'अधिकारियों की मंशा सही नहीं'
ग्रामीणों ने बताया कि पहले पैक्स के माध्यम से वार्ड नंबर-8 के लोगों को पीडीएस का अनाज मिलता था. लेकिन पैक्स से अनाज वितरण का निर्णय वापस लेने के बाद जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को 3 किलोमीटर दूर दूसरे गांव के डीलर से टैग कर दिया है. इसकी जानकारी होने पर डीएम ने ग्रामीणों को उनके गांव के डीलर से टैग करने का निर्देश दिया है. लेकिन आपूर्त्ति से जुड़े अधिकारियों की मंशा सही नहीं है. इसलिए ग्रामीण दूसरे गांव में राशन लेने नहीं जाएंगे.
ग्रामीणों की आवाज बनने के लिए ईटीवी भारत को धन्यवाद
इसके अलावा ग्रामीणों की आवाज बनकर ईटीवी भारत ने उनकी समस्या से पिछले 6 मई को अपनी खबर के माध्यम से डीएम को अवगत कराया था. उसके बाद डीएम ने जांच का आदेश दिया. फिर जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने ग्रामीणों की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया था. लेकिन अधिकारियों ने ग्रामीणों की समस्या को एक महीने के लिए और बढ़ा दिया. वहीं, ग्रामीणों ने गांव वालों की समस्या को डीएम तक पहुंचाने के लिए ईटीवी भारत को धन्यवाद दिया. साथ ही लोगों ने ईटीवी भारत के जरिए मई से ही अनाज दिलवाने की डीएम से गुहार लगाई.
गोढ़वा गांव में है 3 पीडीएस डीलर
बताया जा रहा है कि गोढ़वा गांव में 3 पीडीएस डीलर हैं और डीएम ने गांव की पीडीएस दुकान से ग्रामीणों को टैग करने का निर्देश दिया है. इसके बाद भी वार्ड नंबर-8 के ग्रामीणों को तीन किलोमीटर दूर दूसरे गांव के पीडीएस दुकान से सिर्फ एक महीने के लिए टैग करना समझ से परे है.