मोतिहारी: पूर्वी चंपारण में कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने जिला प्रशासन को चिंता में डाल दिया है. दूसरी लहर की स्थिति का आकलन कर जिला प्रशासन ने जहां अपनी तैयारियों का दायरा बढ़ा दिया है. वहीं, डीएम ने कोरोना संक्रमण जैसे आपदा में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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लापरवाही करने वाले डॉक्टर का संविदा होगा रद्द
जिलाधिकारी शीर्षत कपिल सोमवार को सदर अस्पताल पहुंचे और डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर का निरीक्षण किया. इस दौरान डीएम ने लापरवाही करने वाले डॉक्टर की संविदा को रद्द करते हुए इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को भेजने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया, ताकि वैसे चिकित्सक का नियोजन भविष्य में ना हो सके. इसके अलावा डीएम ने सदर अस्पताल कैंपस में नवनिर्मित पुरुष छात्रावास में अतरिक्त 60 बेड का डीसीएचसी बनाने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया.
एमबीबीएस डॉक्टर की रोस्टर वाइज हो प्रतिनियुक्ति
जिलाधिकारी सिविल सर्जन समेत चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों से मुखातिब होते हुए कहा कि जो भी मरीज डीसीएचसी में आते हैं. उनका त्वरित इलाज शुरू किया जाए और उन्हें सभी आवश्यक दवाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाए. इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. डीएम ने सिविल सर्जन को सख्त लहजे में निर्देश देते हुए कहा कि एमबीबीएस चिकित्सकों का रोस्टर वाइज प्रतिनियुक्ति डीसीएचसी में करें और अगर डॉक्टर नियमित मरीज की जांच नहीं करते हैं, तो उनपर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. इसकी निगरानी सीसीटीवी से कराने का निर्देश डीएम ने दिया.
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कोविड मरीज के परिजनों के लिए बनेंगे आश्रय स्थल
डीएम ने नगर निगम के सफाई कर्मियों से सफाई कराने का निर्देश दिया. डीएम ने डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती मरीज के परिजनों के लिए प्रतीक्षालय की व्यवस्था करने का निदेश सिविल सर्जन को दिया. प्रतीक्षालय में पीने का पानी, बैठने की व्यवस्था तथा पंखा की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी को जिला स्कूल में आश्रय स्थल बनाने का निर्देश दिया. जहां पर डीसीएचसी में भर्ती मरीज के परिजन रात में रुक सकेंगे.