पूर्वी चंपारण: मंडल रेल प्रबंधक अशोक महेश्वरी रक्सौल स्टेशन पहुंचे. वहां उन्होंने स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि रक्सौल रेलवे को मॉडल स्टेशन बनाने की दिशा में कार्य चल रहा है. रेलवे विस्तार की योजना पर भी काम किया जा रहा है. डीआरएम ने इस दौरान रेलवे पार्क में वृक्षारोपण भी किया.
उन्होंने आह्वान किया कि स्थानीय लोग रेल सड़क व पार्क में वृक्षारोपण में योगदान दें. महेश्वरी ने कहा कि रेलवे परिक्षेत्र में कूड़ा फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पार्क निरीक्षण के बाद उन्होंने फूड प्लाजा, रेलवे कैरिज यार्ड, वाशिंग पिट, माल गोदाम, रेलवे सड़क आदि का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद डीआरएम ने अधिकारियों को रेलवे पार्क का घेराबंदी कर वाटर फाउंटेन, सीटिंग बेंच आदि लगाने और सौंदर्यीकरण करने के निर्देश दिए.
रेलवे परिसर का निरीक्षण
रेल सड़क का निरीक्षण करन के बाद वो वाशिंग पिट और कैरेज बैगन डिपो का निरीक्षण करने पहुंचे. रेल लाइन के दोनों छोर पर आईओसी डिपो से रेलवे को होने वाली परेशानी और समस्याओं पर स्थानीय लोगों से विचार विमर्श भी किया. महेश्वरी ने मुख्य पथ पर रेल की संख्या 33 ए पर निर्माणाधीन लाइट ओवरब्रिज का निरीक्षण भी किया. इस दौरान लोगों ने शिकायत की कि कार्य बहुत ही धीमी गति से हो रहा है. जिसके बाद डीआरएम ने कार्य को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया.
लाइट फुट ओवरब्रिज बनाने की मांग
मंडल रेल प्रबंधक ने स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौंपा. उन्होंने रेलवे गुमटी संख्या 33 ए और 34 पर आरओबी निर्माण तथा स्टेशन से तुमरिया टोला को जोड़ने के लिए लाइट फुट ओवरब्रिज निर्माण की मांग की. इस बारे में कहा गया कि राज्य सरकार से एनओसी नहीं मिलने के कारण आरओबी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो रहा है, जबकि अधिकारियों से इस स्लाइड ओवरब्रिज के लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट तलब की गई है.
डीआरएम ने जांच का दिया भरोसा
रणजीत सिंह ने 75 लाख की लागत से रक्सौल रेलवे स्टेशन में अनियमितता का मामला भी उठाया. जिस पर डीआरएम ने कहा कि सड़क बरसात के बाद बनेगी. कार्य में गड़बड़ी की जांच कर कार्रवाई होगी. इस मौके पर सीनियर डीसीएम वीरेंद्र कुमार, एसडीएसटी अभिषेक कुमार, स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार सिंह, सीनियर सेक्शन इंजीनियर एसके गुप्ता सहित कई रेल अधिकारी मौजूद रहे.