मोतिहारी: पूर्वी चंपारण की सुगौली चीनी मिल (Sugauli Sugar Mill) के पेराई सत्र की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजा-अर्चना के साथ गुरुवार को किया गया. जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक (DM Shirshat Kapil Ashok) ने पेराई सत्र 2021-22 का नारियल फोड़कर शुभारंभ किया. इस मौके पर एचपीसीएल बायोफ्यूल्स लिमिटेड (HPCL Biofuels Limited) के महाप्रबंधक समेत सुगौली चीनी मिल और जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी मौजूद रहे.
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पेराई सत्र के शुभारंभ के बाद डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि चीनी मिल के अधिकारियों को किसानों के हित में कार्य करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि चीनी मील के अधिकारियों को रिजर्व क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्र के किसानों का गन्ना खरीदने के लिए कहा गया है. डीएम ने बताया कि एचपीसीएल के इस प्लांट में चीनी के साथ इथेनॉल का भी उत्पादन होता है.
बता दें कि सुगौली चीनी मिल ने पिछले पेराई सत्र 2020-21 में कोरोना गाइड लाइन का ध्यान रखते हुए लगभग एक लाख 90 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन किया था. जबकि इस साल बाढ़ के कारण सुगौली चीनी मिल के रिजर्व क्षेत्र के सैकड़ों हेक्टेयर खेत में लगे गन्ने की फसल बर्बाद हो गयी, लेकिन इस पेराई सत्र में रीगा चीनी मिल के बंद रहने की संभावना है. सीतामढ़ी और शिवहर जिला से सटे पूर्वी चंपारण जिला के प्रखंडों के किसानो को सुगौली चीनी मिल से जोड़ा गया है. जिस कारण सुगौली चीनी मिल के गन्ना क्रसिंग के लक्ष्य पर प्रभाव पड़ने की संभावना कम है.
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