मोतिहारी: चकिया थाना क्षेत्र से अपहृत शिक्षक बेटे की 24 घंटे के अंदर बरामद करने के बाद इस मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने अपहरण में शामिल तीन अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में दो चकिया थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं, जबकि गिरफ्तार एक अन्य अपराधी कल्याणपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है. पूछताछ में अपराधियों ने अपने अन्य साथियों का नाम भी बताया है. जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.
शुक्रवार को शिक्षक के बेटे का हुआ था अपहरण
एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि चकिया थाना क्षेत्र के बखरी गांव से शुक्रवार की संध्या 11 साल के शिक्षक पुत्र अमृतांशु उर्फ बंटी का अपराधियों ने अपहरण कर लिया था. अपहरण के बाद अपराधियों ने तीस लाख रुपये की फिरौती अपहृत बंटी के शिक्षक पिता जितेंद्र कुमार को फोन करके मांगी थी. जिस संबंध में शिक्षक ने थाना में आवेदन दिया.
24 घंटा के अंदर अपहृत बंटी की हुई बरामदगी
अपहरण की जानकारी मिलने के बाद एसपी नवीन चंद्र झा ने घटना के उद्भेदन के लिए चकिया डीएसपी संजय कुमार के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम बनाई. स्पेशल टीम ने अपहरण के 24 घंटा के अंदर शनिवार को शिक्षक पुत्र अमृतांशु उर्फ बंटी को बरामद कर लिया. साथ ही तीन अपहरणकर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई. गिरफ्तार अपराधियों में चकिया थाना क्षेत्र का रहने वाला विकास कुमार और अजीत कुमार है. जबकि तीसरा अपराधी कल्याणपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला रमेश राम है. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से अपहरण में प्रयुक्त बाइक समेत फिरौती मांगने के लिए उपयोग किए गए मोबाइल और सीम कार्ड को भी बरामद कर लिया गया है.
तीस लाख की फिरौती मांगी थी अपराधियों ने
बंटी के पिता जितेंद्र कुमार ने बताया कि शुक्रवार के दिन गांव में बारात आई थी और बंटी घर से बाहर निकला था. घर के बाहर वह खेलते-खेलते गांव के नाहर के पास चला था. जहां बाइक से आए अपराधियों ने गुटखा का दुकान दिखाने के बहाने बंटी का अपहरण कर लिया और बंटी के पिता से उसी शाम अपराधियों ने फोन करके तीस लाख की फिरौती मांगी थी. फिर अगले दिन शनिवार को फोन करने की बात कहते हुए अपराधियों ने फोन काट दिया. जिसकी जानकारी शिक्षक ने चकिया थाना को दिया. अगले दिन अपराधियों ने फिर फोन किया. उसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर बंटी को सकुशल बरामद कर लिया. साथ ही तीन अपहरणकर्ता भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए.