मोतिहारी: शहर के ज्ञानबाबू चौक स्थित मनभरी कुंवर मारवाड़ी धर्मशाला पर कब्जा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. एक तरफ मारवाड़ी समाज इस धर्मशाला को सामाजिक संपत्ति बताकर लड़ाई लड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ इसके 12 धूर जमीन का रजिस्ट्री कराए लोग इसपर कब्जा जमाने के प्रयास में लगे हैं. जिनकी अपनी दलील है. इन सबके बीच गुरुवार को सदर अंचलाधिकारी और नगर इंस्पेक्टर काफी संख्या में पुलिस बल के साथ धर्मशाला पहुंचे. धर्मशाला पर कब्जा जमाए लोगों को बाहर निकालकर पुलिस ने उसमे ताला मार दिया.
धर्मशाला को लेकर दो पक्षों में है विवाद
नगर इंस्पेक्टर अभय कुमार ने बताया कि धर्मशाला को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा है. एक पक्ष उसमें प्रवेश कर गया था. जिसके बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर धर्मशाला खाली कराकर उसमें ताला लगा दिया गया है. उन्होंने बताया कि धर्मशाला को लेकर टाईटिल सुट का मामला चल रहा है. फैसला जिसके पक्ष में आएगा. धर्मशाला पर उसका मालिकाना हक होगा.
मुजफ्फरपुर की रहने वाली महिला ने बनवाया था धर्मशाला
बता दें कि मुजफ्फरपुर की रहने वाली मनभरी कुंवर ने शहर के ज्ञानबाबू चौक पर स्थित यह धर्मशाला बनवाया था. जिसकी देखरेख मारवाड़ी समाज करता आ रहा है. धर्मशाला में शादी-ब्याह के अलावा अन्य सामाजिक कार्य होते थे. जिसका भाड़ा काफी कम था. मनभरी कुंवर की मौत वर्षों पहले हो गई और उन्हे कोई संतान नहीं था. शहर के बीच में स्थित धर्मशाला और उसकी जमीन पर नजर गड़ाये लोगों ने मनभरी कुंवर के परिवार के किसी सदस्य से 12 धूर जमीन रजिस्ट्री करा ली और उस पर कब्जा करने का प्रयास शुरू कर दिया. धर्मशाला की दीवार पर स्कूल के प्रचार को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है. जिसके बाद पुलिस ने इसमें ताला जड़ दिया था. लेकिन कुछ दिन पहले एक पक्ष ने इसपर कब्जा जमा लिया था. पुलिस ने एक बार खाली कराया है.