मोतिहारी: समान काम, समान वेतन की मांग को लेकर जिले में नियोजित शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन लगातार जारी है. जिला प्रशासन ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर रहे 42 शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. माध्यमिक शिक्षक संघ ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है.
दरअसल, बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले मोतिहारी के हाई स्कूल और प्लस टू विद्यालयों के नियोजित शिक्षक बीते 25 फरवरी से हड़ताल पर डटे हैं. अपने विद्यालयों में तालाबंदी कर सभी शिक्षक अंबेडकर भवन के पास धरना दे रहे हैं. जिससे पठन-पाठन का कार्य पूरी तरह ठप हो चुका है.
'मांग जायज है इसलिए माननी पड़ेगी'
धरने पर बैठे शिक्षकों का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज कराने से वे डरने वाले नहीं हैं. धरने पर बैठे शिक्षकों का नेतृत्व कर रहे माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सीताराम यादव का कहना है कि शिक्षकों पर एफआईआर का अधिकार जिला प्रशासन को नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो शिक्षक संघ भी कोर्ट में जाएगा.
'वित्तरहित शिक्षकों ने संभाला मूल्यांकन कार्य'
माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलासचिव नवल किशोर सिंह ने बताया कि माध्यमिक शिक्षकों ने इंटर की कॉपी के मूल्यांकन का बहिष्कार किया है. इस कारण सरकार वित्तरहित शिक्षकों से मूल्यांकन कार्य करा रही है. उन्होंने कहा कि मूल्यांकन कार्य कर रहे वित्तरहित शिक्षकों से बात की जा रही है ताकि वे लोग भी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दें.