मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के चिरैया थाना क्षेत्र स्थित लालबेगिया नयका टोला के पास मंगलवार को हुए रोड जाम और पुलिस टीम पर हमला मामले में दो सरकारी कर्मियों को नामजद किया गया है. इस मामलें में अन्य लोग भी नामजद हुए हैं. लेकिन चिरैया के अंचल निरीक्षक बच्चा बिहारी सिंह और खड़तरी पंचायत के राजस्व कर्मचारी प्रेम किशोर सिंह पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगा है. जबकि, इन दोनों कर्मियों का कहना है कि सड़क जाम की सूचना मिलने के बाद सीओ के आदेश पर वे लोग जाम हटवाने पहुंचे थे. इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंची थी और आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था.
पुलिस टीम पर हमला मामले में दर्ज हुई तीन प्राथमिकी
पुलिस टीम पर हुए हमला के मामले में जख्मी एएसआई असफाक हुसैन के बयान पर तीन प्राथमिकियां दर्ज हुई है. एक प्राथमिकी सड़क जाम को लेकर दर्ज कराई गई है. दुसरी प्राथमिकी पुलिस टीम पर हमला करने को लेकर दर्ज हुई है जबकि तीसरा प्राथमिकी बस घेरकर रंगदारी मांगने का हुआ है. पुलिस टीम पर हमला मामले में दर्ज प्राथमिकी में सीआई और राजस्व कर्मचारी पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगा है. जिस आरोप को दोनो कर्मी बेबुनियाद और निराधार बता रहे हैं.
वहीं, चिरैया सीओ सचिंद्र कुमार ने कहा कि जाम की सूचना पर सीआई और राजस्व कर्मचारी को जाम हटाने के लिए उन्होंने भेजा था. जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनो कर्मियों के विरुद्ध दर्ज मामले की जांच की जा रही है.
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ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर किया था हमला
बता दें कि बीते मंगलवार को बस के टक्कर से जख्मी महिला की इलाज के दौरान मौत हो जाने से आक्रोशित लोगों ने लालबेगिया नयका टोला के पास सड़क जाम कर दिया था. जाम की सूचना पर पहुंची चिरैया थाना स्थानीय लोगों के आक्रोश के सामने असहाय हो गई थी. उसके बाद एसडीओ और डीएसपी के साथ कई थाना की पुलिस पहुंची. जिस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था. जिसमें चिरैया थाना के एएसआई असफाक हुसैन समेत पांच पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे.