पूर्वी चंपारण: जिले के मोतिहारी में ऐतिहासिक मोतीझील के अतिक्रमणकारियों के खिलाफ जिला प्रशासन का डंडा एक बार फिर चलेगा. आगामी 28 जनवरी से मोतीझील के अतिक्रमित भूमि को खाली कराने का अभियान शुरु करने का निर्देश डीएम ने दिया है. मोतीझील के अतिक्रमण को खाली कराने को लेकर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने एक उच्च स्तरीय बैठक की. जिसमें डीएम ने पूर्व में नगर परिषद क्षेत्र से हटाए गए अतिक्रमण की भी गहन समीक्षा की.
अतिक्रमणकारियों पर दर्ज होगी एफआईआर
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने शहरी क्षेत्र में खाली कराये गए अतिक्रमित भूमि पर पिलरिंग करने का निर्देश आरसीडी के कार्यपालक अभियंता और एनएचएआई के पीडी को दिया है. डीएम ने शहरी क्षेत्र के अतिक्रमणकारियों पर अतिक्रमण वाद का मुकदमा चलाने की बात कही है. डीएम ने अंचल अधिकारी को अतिक्रमण करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उन पर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है.
'अतिक्रमण हटाते समय यदि अतिक्रमणकारी की कोई व्यक्तिगत संपत्ति नष्ट होती है, तो उसकी सारी जवाबदेही अतिक्रमणकारियों की होगी. पुलिस अधीक्षक को पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है'- शीर्षत कपिल अशोक, जिलाधिकारी
अतिक्रमणकारियों पर सर्टिफिकेट केस
डीएम ने अतिक्रमणकारियों पर सर्टिफिकेट केस करने का भी निर्देश सीओ को दिया है. ताकि अतिक्रमित भूमि को खाली कराने में आने वाले खर्च को अतिक्रमणकारियों से सर्टिफिकेट केस के माध्यम से वसूला जा सके.
अतिक्रमण करने वाले 158 लोग चिह्नित
बैठक में उपस्थित अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि मोतीझील में 158 लोगों ने अतिक्रमण किया है. जिनका नाम बड़े-बड़े पोस्टर और होर्डिंग के माध्यम से शहर में लगाया गया है और उन अतिक्रमणकारियों को मोतीझील से अतिक्रमण हटा लेने की सूचना भी होर्डिंग के माध्यम से दी गई है. जिलाधिकारी ने सभी अतिक्रमणकारियों के नाम से नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है.