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रैयाम थाना क्षेत्र के फुलकाही गांव में 15 दिनों के अंदर दूसरी संदेहास्पद मौत

रैयाम थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतक अर्जुन की मां और कुछ अन्य स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर ही रामदेव शर्मा को पूछताछ के लिए उठाया गया था. रैयाम थाना के अध्यक्ष रामदेव की पत्नी आभा की मृत्यु को आत्महत्या ही मान रहे हैं.

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Published : Aug 22, 2020, 10:07 PM IST

Darbhanga
रैयाम थाना क्षेत्र के फुलकाही गांव मे 15 दिन के अंदर दूसरी संदेहास्पद मौत

दरभंगा(केवटी): जिले के रैयाम थाना क्षेत्र के फूलकाही गांव के अर्जुन कुमार शर्मा हत्याकांड का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि उसी टोले में बीती रात एक महिला की संदिग्ध मृत्यु हो गई. महिला अपने ही घर में बांस में साड़ी के सारे झूलती पाई गई. इसकी सूचना महिला के बच्चों ने पुलिस को दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल में भेजा दिया है, साथ ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

अर्जुन हत्याकांड मामले में पुलिस कर रही थी पूछताछ
मिली जानकारी के अनुसार अर्जुन हत्याकांड मामले में पूछताछ हेतु गुरुवार को गांव के ही 45 वर्षीय रामदेव शर्मा को रैयाम पुलिस थाना ले गई थी, जिसके बाद थाने में उससे पूछताछ की गई. वहीं, शुक्रवार को रैयाम थानाध्यक्ष ने चौकीदार भेजकर रामदेव शर्मा के सभी 5 बच्चे कंचन, राधा, मुस्कान, शिवम, विक्रम और पत्नी आभा देवी को भी बुलवा लिया और इनसे भी पूछताछ की गई. इसके बाद शुक्रवार को ही देर रात करीब 1 बजे रैयाम थाना की गाड़ी से रामदेव शर्मा को छोड़कर उसकी पत्नी और सभी बच्चों को घर पहुंचा दिया गया. इस दौरान रामदेव को थाने में ही रोक लिया गया.

सिटी एसपी के आने के बाद पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया शव
वहीं, शुक्रवार रात को देर से सोने के कारण घर के सभी बच्चे अगले दिन देर से जगे. जगने के बाद जब बच्चों ने अपनी मां की खोज शुरू की तो महिला मुख्य मकान के बगल में बांस के बल्ले से झूलती पाई गई. मां को झूलता देख बच्चों ने शोर मचाया, जिसे सुनकर लोग जुट गये.

ग्रामीणों ने इसकी सूचना रैयाम थाना पुलिस को दी, घटना की जानकारी मिलते ही रैयाम थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह महिला के पति रामदेव शर्मा को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे, जहां भीड़ ने उन्हें रोक लिया. इस दौरान नाराज ग्रामीण किसी वरीय पुलिस अधिकारी के आने पर ही लाश को पोस्टमार्टम के लिये भेजे जाने की बात पर अड़ गए, बाद में सिटी एसपी योगेंद्र कुमार के आने के बाद ही लाश उतारी गई और पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल में भेजी जा सकी.

थाने में ले जाकर बच्चों को मारने का लगाया आरोप
मृतका की बड़ी बेटी कंचन कुमारी ने कहा कि रात में हम लोग मां के साथ ही रैयाम पुलिस की गाड़ी से घर आए थे. मां भी हम लोगों के पास ही थी, लेकिन फिर क्या हुआ पता नहीं. वहीं, रामदेव शर्मा ने मौके पर बताया कि थाने पर मुझे और मेरे छोटे-छोटे बच्चों को पीटा गया. पत्नी के मरने से तो मेरा घर ही उजड़ गया. आभा देवी की मृत्यु किस परिस्थिति में हुई यह तो जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा.

पुलिस ने साधी चुप्पी
रैयाम थाने में सिटी एसपी योगेंद्र कुमार ने पत्रकारों को बताया कि अभी कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और रामदेव शर्मा द्वारा लिखित आवेदन के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. लिखित आवेदन के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी. वहीं, रैयाम थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतक अर्जुन की मां और कुछ अन्य स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर ही रामदेव शर्मा को पूछताछ के लिए उठाया गया था. रैयाम थाना के अध्यक्ष रामदेव की पत्नी आभा की मृत्यु को आत्महत्या ही मान रहे हैं.

दरभंगा(केवटी): जिले के रैयाम थाना क्षेत्र के फूलकाही गांव के अर्जुन कुमार शर्मा हत्याकांड का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि उसी टोले में बीती रात एक महिला की संदिग्ध मृत्यु हो गई. महिला अपने ही घर में बांस में साड़ी के सारे झूलती पाई गई. इसकी सूचना महिला के बच्चों ने पुलिस को दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल में भेजा दिया है, साथ ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

अर्जुन हत्याकांड मामले में पुलिस कर रही थी पूछताछ
मिली जानकारी के अनुसार अर्जुन हत्याकांड मामले में पूछताछ हेतु गुरुवार को गांव के ही 45 वर्षीय रामदेव शर्मा को रैयाम पुलिस थाना ले गई थी, जिसके बाद थाने में उससे पूछताछ की गई. वहीं, शुक्रवार को रैयाम थानाध्यक्ष ने चौकीदार भेजकर रामदेव शर्मा के सभी 5 बच्चे कंचन, राधा, मुस्कान, शिवम, विक्रम और पत्नी आभा देवी को भी बुलवा लिया और इनसे भी पूछताछ की गई. इसके बाद शुक्रवार को ही देर रात करीब 1 बजे रैयाम थाना की गाड़ी से रामदेव शर्मा को छोड़कर उसकी पत्नी और सभी बच्चों को घर पहुंचा दिया गया. इस दौरान रामदेव को थाने में ही रोक लिया गया.

सिटी एसपी के आने के बाद पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया शव
वहीं, शुक्रवार रात को देर से सोने के कारण घर के सभी बच्चे अगले दिन देर से जगे. जगने के बाद जब बच्चों ने अपनी मां की खोज शुरू की तो महिला मुख्य मकान के बगल में बांस के बल्ले से झूलती पाई गई. मां को झूलता देख बच्चों ने शोर मचाया, जिसे सुनकर लोग जुट गये.

ग्रामीणों ने इसकी सूचना रैयाम थाना पुलिस को दी, घटना की जानकारी मिलते ही रैयाम थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह महिला के पति रामदेव शर्मा को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे, जहां भीड़ ने उन्हें रोक लिया. इस दौरान नाराज ग्रामीण किसी वरीय पुलिस अधिकारी के आने पर ही लाश को पोस्टमार्टम के लिये भेजे जाने की बात पर अड़ गए, बाद में सिटी एसपी योगेंद्र कुमार के आने के बाद ही लाश उतारी गई और पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल में भेजी जा सकी.

थाने में ले जाकर बच्चों को मारने का लगाया आरोप
मृतका की बड़ी बेटी कंचन कुमारी ने कहा कि रात में हम लोग मां के साथ ही रैयाम पुलिस की गाड़ी से घर आए थे. मां भी हम लोगों के पास ही थी, लेकिन फिर क्या हुआ पता नहीं. वहीं, रामदेव शर्मा ने मौके पर बताया कि थाने पर मुझे और मेरे छोटे-छोटे बच्चों को पीटा गया. पत्नी के मरने से तो मेरा घर ही उजड़ गया. आभा देवी की मृत्यु किस परिस्थिति में हुई यह तो जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा.

पुलिस ने साधी चुप्पी
रैयाम थाने में सिटी एसपी योगेंद्र कुमार ने पत्रकारों को बताया कि अभी कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और रामदेव शर्मा द्वारा लिखित आवेदन के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. लिखित आवेदन के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी. वहीं, रैयाम थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतक अर्जुन की मां और कुछ अन्य स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर ही रामदेव शर्मा को पूछताछ के लिए उठाया गया था. रैयाम थाना के अध्यक्ष रामदेव की पत्नी आभा की मृत्यु को आत्महत्या ही मान रहे हैं.

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