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विद्यापति समारोह में खूब जमा रंग, कलाकारों की प्रस्तुति से झूमते रहे लोग

विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से आयोजित विद्यापति पर्व समारोह का समापन हो गया है. वहीं, विद्यापति कार्यक्रम में कलाकारों ने भजन और संगीत-नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी. साथ ही देश-विदेश के कई कलाकारों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

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Published : Nov 13, 2019, 12:40 PM IST

दरभंगा: विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से आयोजित 47वें विद्यापति पर्व समारोह का समापन हो गया. इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में मैथिली लोकगीतों की प्रस्तुति पर देर रात तक दर्शक झूमते रहे. वहीं, इस आयोजन में देश विदेश से कई कलाकार शामिल हुए.

विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से आयोजित विद्यापति पर्व समारोह का समापन हो गया है. वहीं, विद्यापति कार्यक्रम में कलाकारों नें भजन और संगीत-नृत्य की मनमनोहक प्रस्तुति दी. साथ ही देश-विदेश के कई कलाकारों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
मंच पर महिला कलाकार

कार्यक्रम में उमड़ी दशकों की भीड़
बता दें कि 10 से 12 नवंबर तक चले इस समारोह में देश-विदेश से आये मैथिली कलाकारों ने शिरकत की. साथ ही इसे देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी.

आपके लिए रोचक: विद्यापति समारोह में विधायक की मांग- 'बिहार की राजकीय भाषा बने मैथिली'

कलाकारों ने दी मनमनोहक प्रस्तुति
विद्यापति कार्यक्रम में कलाकारों नें भजन और संगीत-नृत्य की मनमनोहक प्रस्तुति दी. यहां नटराज डांस एकेडमी की ओर से 'जय-जय भैरवी, असुर भयावनी' पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया गया. वहीं, लोक सोनी चौधरी और सृष्टि श्रुति के गीतों पर भी दर्शक झूमते नजर आए. वहीं, प्रसिद्ध शंख वादक विपिन कुमार मिश्र की प्रस्तुति से माहौल भक्तिमय हो गया.

कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति

महान कवि थे विद्यापति
बता दें कि महान कवि विद्यापति मूलत: श्रृंगार रस के कवि थे. उन्होंने मैथिली को साहित्य में जनभाषा का रूप दिया. साथ ही उन्होंने लोकभाषा को जनचेतना को जीवित करने का महान प्रयास किया.

दरभंगा: विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से आयोजित 47वें विद्यापति पर्व समारोह का समापन हो गया. इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में मैथिली लोकगीतों की प्रस्तुति पर देर रात तक दर्शक झूमते रहे. वहीं, इस आयोजन में देश विदेश से कई कलाकार शामिल हुए.

विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से आयोजित विद्यापति पर्व समारोह का समापन हो गया है. वहीं, विद्यापति कार्यक्रम में कलाकारों नें भजन और संगीत-नृत्य की मनमनोहक प्रस्तुति दी. साथ ही देश-विदेश के कई कलाकारों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
मंच पर महिला कलाकार

कार्यक्रम में उमड़ी दशकों की भीड़
बता दें कि 10 से 12 नवंबर तक चले इस समारोह में देश-विदेश से आये मैथिली कलाकारों ने शिरकत की. साथ ही इसे देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी.

आपके लिए रोचक: विद्यापति समारोह में विधायक की मांग- 'बिहार की राजकीय भाषा बने मैथिली'

कलाकारों ने दी मनमनोहक प्रस्तुति
विद्यापति कार्यक्रम में कलाकारों नें भजन और संगीत-नृत्य की मनमनोहक प्रस्तुति दी. यहां नटराज डांस एकेडमी की ओर से 'जय-जय भैरवी, असुर भयावनी' पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया गया. वहीं, लोक सोनी चौधरी और सृष्टि श्रुति के गीतों पर भी दर्शक झूमते नजर आए. वहीं, प्रसिद्ध शंख वादक विपिन कुमार मिश्र की प्रस्तुति से माहौल भक्तिमय हो गया.

कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति

महान कवि थे विद्यापति
बता दें कि महान कवि विद्यापति मूलत: श्रृंगार रस के कवि थे. उन्होंने मैथिली को साहित्य में जनभाषा का रूप दिया. साथ ही उन्होंने लोकभाषा को जनचेतना को जीवित करने का महान प्रयास किया.

Intro:दरभंगा। विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से आयोजित 47वें विद्यापति पर्व समारोह का भव्य रंगारंग समापन हो गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में मैथिली लोकगीतों की प्रस्तुति पर देर रात तक दर्शक झूमते रहे।


Body:सोनी चौधरी के राम-सीता विवाह पर गाये लोक गीत ने समां बांध दिया। वहीं सृष्टि श्रुति और अनुष्का साक्षी के लोक गीतों की प्रस्तुति भी लाजवाब रही। दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं। प्रसिद्ध शंख वादक विपिन कुमार मिश्र की प्रस्तुति से माहौल भक्तिमय हो गया। दर्शक मंत्रमुग्ध होकर देखते-सुनते रहे।


Conclusion:बता दें कि 10 से 12 नवंबर तक चले इस समारोह में देश-विदेश से आये मैथिली कलाकारों ने शिरकत की। इन्हें देखने-सुनने के लिये दर्शकों की बड़ी भीड़ उमड़ी।

विजय कुमार श्रीवास्तव
ई टीवी भारत
दरभंगा
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