दरभंगाः जिले में प्याज तो पहले से ही लोगों के आंसू निकाल रहा था अब चार दिनों तक हुई बारिश ने हरी सब्जियों के भाव भी आसमान पर पहुंचा दिए है. अधिकतर हरी सब्जियों की आवक कम होने की वजह से इनकी स्थानीय बाजार में कमी हो गयी है.
बारिश से गोदाम में सड़ने लगी सब्जियां
कुछ सब्जियां तो दोगुने भाव में बिक रही हैं. गुदरी बाजार, स्टेशन चौक, कादिराबाद और कटहलबाड़ी समेत सभी छोटी-बड़ी सब्जी मंडियों का एक ही हाल है.थोक विक्रेताओं की परेशानी अलग है. बारिश की वजह से गोदाम में कई सब्जियां सड़ने लगी हैं.
क्या कहते है खरीददार
स्थानीय खरीदार गणेश प्रसाद ने बताया कि बारिश की वजह से हरी सब्जी खरीदना अब आम लोगों के वश में नहीं है. कम सब्जी खरीद कर ही काम चलाना पड़ रहा है. पहले परवल 30 रुपये किलो मिलता था वह अब 50 से 60 रुपये किलो तक मिल रहा है. इसी तरह दूसरी सब्जियों के भाव भी बढ़ गए हैं.
सब्जियों के भाव बढ़े
सब्जी विक्रेता ने बताया कि बारिश की वजह से सब्जियों की आवक कम हो गयी है. भारी बारिश से परवल, नेनुआ और करेला जैसी सब्जियों के पौधे खेत में खराब होने लगते है. इस वजह से उनका उत्पादन कम हो जाता है. उन्होंने बताया कि 30 रुपये बिकने वाला परवल अब 50 से 60 रुपये, 25 रुपये बिकने वाला कद्दू, बैंगन और पत्तागोभी 40 रुपये, 30 रुपये तक बिकने वाला टमाटर 40 रुपये तक, 30 रुपये वाला नेनुआ 40 रुपये, 40 रुपये किलो वाला करेला अब 60 रुपये, 60 रुपये किलो तक बिकने वाली हरी मिर्च 160 रुपये किलो तक पहुंच गयी है.
क्या कहते है विक्रेता
थोक सब्जी विक्रेता रामलखन यादव ने बताया कि वे नासिक से 34 रुपये प्रति किलो तक टमाटर मंगाते हैं और स्टोर की व्यवस्था नहीं होने की वजह से 28-29 रुपये प्रति किलो की दर से खुदरा दुकानदारों को बेच रहे हैं.