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दरभंगा: नौकरी से हटाए जाने के विरोध में नगर निगम के हजारों कर्मियों ने किया हंगामा

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Published : Feb 3, 2020, 7:22 PM IST

Updated : Feb 3, 2020, 7:27 PM IST

बिहार नगर निकाय सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला उपाध्यक्ष दीपक कुमार राम ने कहा कि वे लोग पिछले 10-15 साल से यहां दैनिक मजदूरी और संविदा पर काम कर रहे हैं.

municipal workers protest in darbhanga
नगर निगम के हजारों कर्मियों ने किया हंगामा

दरभंगा: बिहार सरकार के नगर विकास विभाग ने राज्य के नगर निकायों में संविदा और दैनिक मजदूरी पर कार्यरत करीब साढ़े तीन लाख सफाई कर्मियों को एक फरवरी से हटा दिया है. अब सभी शहरों में सफाई की व्यवस्था आउटसोर्सिंग एजेंसी देखेंगी. इससे प्रभावित दरभंगा नगर निगम के करीब एक हजार सफाई कर्मियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. उन्होंने सरकार से इस निर्णय को वापस लेते हुए उन्हें स्थायी करने की मांग की है.

10-15 साल से कर रहे मजदूरी
बिहार नगर निकाय सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला उपाध्यक्ष दीपक कुमार राम ने कहा कि वे लोग पिछले 10-15 साल से यहां दैनिक मजदूरी और संविदा पर काम कर रहे हैं. उन्हें उम्मीद थी कि सभी को स्थायी कर दिया जाएगा. लेकिन सरकार ने एक झटके में उन्हें सड़क पर ला दिया. इसी के विरोध में वे लोग आंदोलन कर रहे हैं.

वहीं यूनियन के जिला सचिव राकेश कुमार ने कहा कि वे लोग महादलित परिवार से आते हैं. इसी मामूली पारिश्रमिक से उनका परिवार चलता है. अब उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है. वे किसी भी हालत में आउटसोर्सिंग कंपनी के अधीन काम नहीं करेंगे.

देखें ये रिपोर्ट

'नीतीश कुमार को सत्ता से करेंगे बेदखल'
राकेश कुमार ने कहा कि अगर सरकार उन्हें स्थायी नहीं करती है, तो वे आने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल कर देंगे. वहीं दरभंगा नगर निगम की महापौर बैजंती देवी खेड़िया ने कहा कि सरकार के फैसले को नगर निगम को हर हाल में मानना होगा. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों को आउटसोर्सिंग एजेंसी के तहत काम करने का प्रस्ताव दिया गया है. अगर वे नहीं मानेंगे, तो फिर उन्हें हर हाल में दूसरी व्यवस्था करनी होगी.

दरभंगा: बिहार सरकार के नगर विकास विभाग ने राज्य के नगर निकायों में संविदा और दैनिक मजदूरी पर कार्यरत करीब साढ़े तीन लाख सफाई कर्मियों को एक फरवरी से हटा दिया है. अब सभी शहरों में सफाई की व्यवस्था आउटसोर्सिंग एजेंसी देखेंगी. इससे प्रभावित दरभंगा नगर निगम के करीब एक हजार सफाई कर्मियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. उन्होंने सरकार से इस निर्णय को वापस लेते हुए उन्हें स्थायी करने की मांग की है.

10-15 साल से कर रहे मजदूरी
बिहार नगर निकाय सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला उपाध्यक्ष दीपक कुमार राम ने कहा कि वे लोग पिछले 10-15 साल से यहां दैनिक मजदूरी और संविदा पर काम कर रहे हैं. उन्हें उम्मीद थी कि सभी को स्थायी कर दिया जाएगा. लेकिन सरकार ने एक झटके में उन्हें सड़क पर ला दिया. इसी के विरोध में वे लोग आंदोलन कर रहे हैं.

वहीं यूनियन के जिला सचिव राकेश कुमार ने कहा कि वे लोग महादलित परिवार से आते हैं. इसी मामूली पारिश्रमिक से उनका परिवार चलता है. अब उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है. वे किसी भी हालत में आउटसोर्सिंग कंपनी के अधीन काम नहीं करेंगे.

देखें ये रिपोर्ट

'नीतीश कुमार को सत्ता से करेंगे बेदखल'
राकेश कुमार ने कहा कि अगर सरकार उन्हें स्थायी नहीं करती है, तो वे आने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल कर देंगे. वहीं दरभंगा नगर निगम की महापौर बैजंती देवी खेड़िया ने कहा कि सरकार के फैसले को नगर निगम को हर हाल में मानना होगा. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों को आउटसोर्सिंग एजेंसी के तहत काम करने का प्रस्ताव दिया गया है. अगर वे नहीं मानेंगे, तो फिर उन्हें हर हाल में दूसरी व्यवस्था करनी होगी.

Intro:दरभंगा। बिहार सरकार के नगर विकास विभाग ने एक झटके में राज्य के नगर निकायों में संविदा और दैनिक मज़दूरी पर कार्यरत करीब साढ़े तीन लाख सफाई कर्मियों को एक फरवरी से हटा दिया है। अब सभी शहरों में सफाई की व्यवस्था आउटसोर्सिंग एजेंसी देखेंगी। इससे प्रभावित दरभंगा नगर निगम के करीब एक हज़ार सफाई कर्मियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। उन्होंने सरकार से इस निर्णय को वापस लेते हुए उन्हें स्थायी करने की मांग की है।


Body:बिहार नगर निकाय सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला उपाध्यक्ष दीपक कुमार राम ने कहा कि वे लोग पिछले 10-15 साल से यहां दैनिक मज़दूरी और संविदा पर काम कर रहे हैं। कहां तो वे स्थाई किये जाने की उम्मीद पाले बैठे थे लेकिन यहां तो सरकार ने एक झटके में उन्हें सड़क पर ला दिया। इसी के विरोध में वे लोग आंदोलन कर रहे हैं।

वहीं, यूनियन के जिला सचिव राकेश कुमार ने कहा कि वे लोग महादलित परिवार से आते हैं। इसी मामूली पारिश्रमिक से उनका परिवार चलता है। अब उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। वे किसी भी हालत में आउटसोर्सिंग कंपनी के अधीन काम नहीं करेंगे। अगर सरकार उन्हें स्थाई नहीं करती है तो वे आने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल कर देंगे।


Conclusion:दरभंगा नगर निगम की महापौर बैजंती देवी खेड़िया ने कहा कि सरकार के फ़ैसले को नगर निगम को हर हाल में मानना होगा। उन लोगों ने प्रभावित सफाई कर्मियों को आउटसोर्सिंग एजेंसी के तहत काम करने का प्रस्ताव दिया है। अगर वे नहीं मानेंगे तो फिर उन्हें हर हाल में दूसरी व्यवस्था करनी होगी।

बाइट 1- दीपक कु. राम, जिला उपाध्यक्ष, सफाई कर्मी यूनियन.
बाइट 2- राकेश कुमार, जिला सचिव, सफाई कर्मी यूनियन.
बाइट 3- बैजंती देवी खेड़िया, महापौर, दरभंगा नगर निगम.

ptc के साथ
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विजय कुमार श्रीवास्तव
ई टीवी भारत
दरभंगा
Last Updated : Feb 3, 2020, 7:27 PM IST
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