दरभंगा: कोरोना वायरस को लेकर जिले में भय का माहौल है. इसको लेकर राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों को हाई अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है. कोरोना के संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए डीएमसीएच के आईडीएच वार्ड में आधा दर्जन बेड अलग से लगाए गए हैं. अस्पताल प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से दूर और अपने आस-पास साफ-सफाई रखने की अपील की है.
'सीमावर्ती इलाके से आने वाले लोगों पर रखा जा रहा नजर'
कोरोना वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने कहा कि नेपाल और सीमावर्ती इलाके से आने वाले मरीजों पर रखी जा रही है नजर. यह क्षेत्र नेपाल से लगा हुआ है. यहां पर नेपाल और सीमावर्ती जिले के मरीज इलाज के लिए आते हैं. इस वायरस के असर को देखते हुए ओपीडी और इमरजेंसी में सभी डॉक्टरों को खास निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी से संबंधित लक्षण दिखने के वाले को तुरंत जांच रिपोर्ट दिया जाए. डॉ राज रंजन प्रसाद ने बताया कि कोरोना वायरस का कहर चीन से शुरू हुआ था. इसके बाद इस वायरस ने धीरे-धीरे पूरे विश्व को अपने चपेट में ले लिया. जिले में भी एक-दो संदिग्ध मरीज पाए गए थे. उसी मय हम लोगों ने आईडीएच भवन में 6 बेड का वार्ड बनाया था. इस वार्ड में कोरोना से संभावित मरीजों का इलाज किया जाएगा.
'यूनिवर्सल प्रोटेक्शन कीट के साथ लैस है अस्पताल'
अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने कहा कि इस वायरस के असर को देखते हुए जिलाभर के अस्पताल को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस रोग से संबिधित मरीजों के इलाज के लिए पूरे प्रदेशभर के अस्पतालों को यूनिवर्सल प्रोटेक्शन कीट दिया है. वर्तमान समय में अस्पताल में यूनिवर्सल प्रोटेक्शन कीट के साथ दवाओं की समुचित व्यवस्था है. अस्पताल में हॉस्पिटल कर्मी के साथ ही एक नोडल चिकित्सा अधिकारी की नियुक्ति की गई है.