दरभंगा: कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के बीएड पाठ्यक्रम को नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन से स्थायी मान्यता मिल गयी है. नये सत्र में यहां 100 सीटों पर नामांकन की तैयारी पूरी हो चुकी है. दूसरे विवि की तुलना में यहां फीस भी कम रखी गयी है.
एनसीटीई से मिली स्थायी मान्यता
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने बताया कि इस साल कोर्स को एनसीटीई से स्थायी मान्यता मिल गयी है. उन्होंने कहा कि नालंदा खुला विवि बिहार के शिक्षण संस्थानों में बीएड पाठ्यक्रम में दाखिले के लिये एंट्रेंस टेस्ट लिया जाता था.
दूसरे विवि की तुलना में फीस कम
साथ ही वहां संस्कृत से बीएड करने के लिये आवेदन करने वाले छात्रों की मेरिट लिस्ट अलग से बनायी जा रही है. मेरिट लिस्ट के आधार पर चयनित छात्रों को संस्कृत विवि के बीएड कोर्स में नामांकन मिलेगा. इस विश्वविद्यालय की फीस दूसरे विश्वविद्यालय की तुलना में 20 हजार रुपये कम रखी गयी है.
पिछले साल हुई थी मान्यता रद्द
बता दें कि पिछले साल विश्वविद्यालय के बीएड कोर्स की मान्यता रद्द कर दी गयी थी. बाद में इसे बहाल किया गया तब तक नामांकन की तिथि समाप्त हो चुकी थी. इस साल स्थायी मान्यता मिलने से विश्विद्यालय के छात्रों में खुशी का महौल है. इसके बाद से यहां छात्रों के नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.