दरभंगा: देश भर में 14-20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है. इसके तहत अगलगी की घटनाओं से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसी कड़ी में डॉ प्रभात दास फाउंडेशन और भारत विकास परिषद भारती-मंडन शाखा के तत्वाधान में अग्नि-सुरक्षा जागरूकता एवं उपाय विषय पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया. वेबिनार के माध्यम से फायर स्टेशन शशि भूषण सिंह ने लोगों को जागरूक किया.
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लोगों को किया गया जागरूक
मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए फायर स्टेशन मास्टर शशि भूषण सिंह ने कहा कि 'यदि आग नियंत्रित हो तो वरदान है, पर यदि अनियंत्रित हो जाए तो आग अभिशाप बन जाती है'. उन्होंने कहा कि मानवीय सतर्कता से अगलगी की 90 प्रतिशत तक घटनाएं रोकी जा सकती है. यदि नियमित जागरूकता कार्यक्रम चले तथा समाज के लोग सतर्क रहें तो अगलगी से होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है. फायर स्टेशन मास्टर ने कहा कि गर्मी में पछुआ हवा के कारण आग लगने की घटनाएं अधिक होती है. हमें जागरूक रहकर बच्चों को खिलवाड़ करने से रोकना चाहिए. साथ ही बिजली के तारों की क्षमतानुसार ही उपकरण लगाने चाहिए.
मुख्य वक्ता के रूप में सीएम कॉलेज दरभंगा की एनएसएस पदाधिकारी प्रो. रितिका मौर्या ने कहा कि अगलगी की अधिकांश घटनाएं मानव निर्मित आपदा है. जिसे जागरूकता लाकर रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि अगलगी की घटना से सबसे बड़ी सुरक्षा लोगों की सक्रियता एवं सावधानी है. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर सहित अन्य ज्वलनशील पदार्थों को आग से दूर रखना चाहिए.
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अन्य लोगों ने रखे अपने विचार
वेबिनार में अध्यक्षीय संबोधन में परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार ने भी अपना विचार रखा. इसके साथ ही अमरजीत कुमार, नूतन कुमारी, प्रिया कुमारी, कमलेश कुमार साह, साकेत चौधरी, संजीत कुमार झा सहित कई लोगों ने अपने रखे.