दरभंगा: केवटी प्रखंड के कई गांव इन दिनों जलमग्न हैं. यहां लगातार दूसरी बार बागमती नदी का बांध टूट गया है. इसके चलते बाढ़ का पानी गांवों में घुस गया है. हालांकि, प्रशासन लगातार सुरक्षा बांध की मरम्मती कर रहा है.
रविवार की सुबह बागमती नदी का सुरक्षा बांध करीब 20 फीट की लंबाई में टूट गया. इसकी वजह से बाढ़ का पानी गोपालपुर के अलावा पिंडारुच और हरिहरपुर समेत कई गांवों में तेजी से फैल रहा है. तीन दिनों के भीतर गोपालपुर में बागमती का बांध टूटने की ये दूसरी घटना है. इसके पहले इसी गांव में जो बांध टूटा था, उसे शनिवार को बांधा गया था. रविवार को फिर दूसरी जगह से बांध टूट गया.
ग्रामीणों ने लगाया उदासीनता का आरोप
कई अन्य बांधों पर भी नदी के पानी का दबाव बना हुआ है. इससे लोग डरे-सहमे हुए हैं. लोगों का आरोप है कि प्रशासन ने बचाव और राहत का काम शुरू नहीं किया है. स्थानीय साजू पासवान ने बताया कि गांव में बजरंगबली मंदिर के पास ये बांध टूटा है. लिहाजा, घरों में पानी घुस गया है. उन्होंने कहा कि मुखिया-सरपंच कोई देखने नहीं आया है. वे लोग पानी में फंसे हुए हैं. खाने-पीने का पूरा सामान तबाह हो चुका है.
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'बर्बाद करने पर तुला बाढ़ का पानी'
स्थानीय पुनीता देवी ने कहा कि सुबह 6 बजे जब लोग सोए हुए थे, तभी बांध टूट गया. इसके बाद धीरे-धीरे पानी घरों में प्रवेश करने लगा. माल-मवेशी लेकर लोग पानी में फंसे हुए हैं. बाल-बच्चों को कहां से खिलाएंगे, यही चिंता सता रही है. कोई पूछने वाला नहीं है. वहीं, सुजीत कुमार झा ने कहा कि पूरी नदी की धारा गांव की तरफ मुड़ गई है. ये पानी गांव को बर्बाद करने पर तुला हुआ है.
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रेलवे ट्रैक बन रहा आशियाना
गांव के लोग ऊंचे स्थान की खोज में रेलवे ट्रैक के किनारे अपना आशियाना बना रहे हैं. शनिवार को ईटीवी भारत ने इस बाबत खबर प्रकाशित की थी. इसके बाद रविवार को एक दफा फिर बागमती का बांध टूटने से गांव के लोगों को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है.
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