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Darbhanga News: मैथिली में तकनीकी शब्दावली शीघ्र, सहायक निदेशक के मुताबिक तीन हजार शब्दों पर लगी मुहर - मैथिली भाषा में सूचना प्रौद्योगिकी की शब्दावली

बिहार के मिथिलावासी क्षेत्र के लिए बड़ी खबर है. सूचना प्राद्योगिकी की शब्दों को मैथिली भाषा में समझने के लिए करीब तीन हजार शब्दों को चुना गया. इससे मिथिला भाषियों के लिए वैज्ञानिकी शब्दों को समझने में आसानी होगी. पढ़ें पूरी खबर...

दरभंगा में मैथिली शब्दाबली पर लगी मुहर
दरभंगा में मैथिली शब्दाबली पर लगी मुहर
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Published : Mar 28, 2023, 7:33 AM IST

दरभंगा: बिहार के दरभंगा के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. अब मैथिली भाषा में सूचना प्रौद्योगिकी की शब्दावली (Information Technology Words In Maithili Language) भी समझ सकते हैं. इस तरह से वैज्ञानिक शब्दों को अपने मातृभाषा मैथिली में समझने में लोगों को काफी आसानी होगी. साथ ही साथ मातृभाषा की पकड़ भी और मजबूत हो जाएगी. इसके लिए भारत सरकार के वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली आयोग, शिक्षा मंत्रालय (उच्चतर शिक्षा विभाग) के सहायक निदेशक दीपक कुमार ने संस्कृत विश्वविद्यालय में कई विद्वानों के साथ पांच दिनों तक मंथन करने के बाद शब्दावली को अंतिम रूप दे दिया.

ये भी पढे़ं- Bihar Diwas 2023: मैथिली ठाकुर ने अपनी सुरीली आवाज का बिखेरा जलवा, जिसने भी सुना बोल उठा- भई वाह

मैथिली में सूचना प्रौद्योगिकी की शब्दावली: सूचना वैज्ञानिक डॉ नरोत्तम मिश्रा के संयोजन में करीब तीन हजार मैथिली शब्दों का निर्माण संभव हो पाया. पीआरओ निशिकांत ने बताया कि सहायक निदेशक दीपक कुमार ने भरोसा दिया है कि बहुत जल्द ही वेबसाईट और पुस्तकों के रूप में तकनीकी मैथिली शब्दावली सामने आ जाएगी. सहायक निदेशक के मुताबिक मैथिली भाषा में तकनीकी शब्दों के निर्माण से आने वाले पीढ़ियों को काफी फायदा पहुंचने वाला है. इसके साथ ही आज के वर्तमान समय के बच्चों को काफी आसानी लगेगी.

मातृभाषा में अर्थ समझने में आसानी: सहायक निदेशक के अनुसार सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित शब्दों को अपनी मातृभाषा में अर्थ समझने में आसानी होगी. इसके साथ ही उन्होंने सभी विषय विशेषज्ञों को धन्यवाद भी दिया. स्थानीय स्तर पर विशेष सहयोग के लिये कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशिनाथ झा के प्रति आभार व्यक्त किया.

कई विद्वान रहे मौजूद: इस बैठक में बीआरए विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के मैथिली विभागाध्यक्ष डॉ इंदुधर झा, प्रोफेसर डॉ रत्न कृष्ण झा, केएसडीएसयू के डॉ नरोत्तम मिश्र के साथ ही एलएन मिथिला विश्वविद्यालय के मैथिली विभागाध्यक्ष प्रो दमन कुमार झा, डॉ संतोष कुमार, डॉ अजीत मिश्र वहां पर विशेष विशेषज्ञ के रूप में मौजूद थे. इन विद्वानों के साथ ही पुस्तकालय प्रभारी लक्ष्मी साह, कमलेश कुमार समेत शिवशंकर झा और अजय कुमार झा की भी मौजूदगी रही.

दरभंगा: बिहार के दरभंगा के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. अब मैथिली भाषा में सूचना प्रौद्योगिकी की शब्दावली (Information Technology Words In Maithili Language) भी समझ सकते हैं. इस तरह से वैज्ञानिक शब्दों को अपने मातृभाषा मैथिली में समझने में लोगों को काफी आसानी होगी. साथ ही साथ मातृभाषा की पकड़ भी और मजबूत हो जाएगी. इसके लिए भारत सरकार के वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली आयोग, शिक्षा मंत्रालय (उच्चतर शिक्षा विभाग) के सहायक निदेशक दीपक कुमार ने संस्कृत विश्वविद्यालय में कई विद्वानों के साथ पांच दिनों तक मंथन करने के बाद शब्दावली को अंतिम रूप दे दिया.

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मैथिली में सूचना प्रौद्योगिकी की शब्दावली: सूचना वैज्ञानिक डॉ नरोत्तम मिश्रा के संयोजन में करीब तीन हजार मैथिली शब्दों का निर्माण संभव हो पाया. पीआरओ निशिकांत ने बताया कि सहायक निदेशक दीपक कुमार ने भरोसा दिया है कि बहुत जल्द ही वेबसाईट और पुस्तकों के रूप में तकनीकी मैथिली शब्दावली सामने आ जाएगी. सहायक निदेशक के मुताबिक मैथिली भाषा में तकनीकी शब्दों के निर्माण से आने वाले पीढ़ियों को काफी फायदा पहुंचने वाला है. इसके साथ ही आज के वर्तमान समय के बच्चों को काफी आसानी लगेगी.

मातृभाषा में अर्थ समझने में आसानी: सहायक निदेशक के अनुसार सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित शब्दों को अपनी मातृभाषा में अर्थ समझने में आसानी होगी. इसके साथ ही उन्होंने सभी विषय विशेषज्ञों को धन्यवाद भी दिया. स्थानीय स्तर पर विशेष सहयोग के लिये कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशिनाथ झा के प्रति आभार व्यक्त किया.

कई विद्वान रहे मौजूद: इस बैठक में बीआरए विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के मैथिली विभागाध्यक्ष डॉ इंदुधर झा, प्रोफेसर डॉ रत्न कृष्ण झा, केएसडीएसयू के डॉ नरोत्तम मिश्र के साथ ही एलएन मिथिला विश्वविद्यालय के मैथिली विभागाध्यक्ष प्रो दमन कुमार झा, डॉ संतोष कुमार, डॉ अजीत मिश्र वहां पर विशेष विशेषज्ञ के रूप में मौजूद थे. इन विद्वानों के साथ ही पुस्तकालय प्रभारी लक्ष्मी साह, कमलेश कुमार समेत शिवशंकर झा और अजय कुमार झा की भी मौजूदगी रही.

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