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दरभंगा: निबंधन कार्यालय पर मंडराया कोरोना का साया, बाढ़ और लॉकडाउन के कारण राजस्व का नुकसान

बिहार में कोरोना वायरस और बाढ़ से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. आलम ये है कि दरभंगा में जमीन की रजिस्ट्री का कामकाज ठप पड़ा है. जिससे भारी मात्रा में राजस्व का नुकसान हो रहा है.

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Published : Aug 23, 2020, 3:21 PM IST

Updated : Sep 22, 2020, 3:52 PM IST

दरभंगा: जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और बाढ़ के कारण जमीन की खरीद-बिक्री का काम ठप सा पड़ गया है. मार्च महीने के बाद से राज्यभर में कोरोना के संक्रमण के को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण जमीन रजिस्ट्री कराने वालों की संख्या में काफी कमी आ गई है. इससे विभाग को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है.

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निबंधन कार्यालय, दरभंगा

दरअसल लॉकडाउन के पहले जिला अवर निबंधन कार्यालय में जमीन की रजिस्ट्री के लिए लोगों की लाइन लगी रहती थी. परिसर में पांव रखने तक की जगह नहीं मिलती थी, लेकिन कोरोना और बाढ़ के कारण हालात ऐसे बदले कि परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है. एक दो लोग ही जमीन की रजिस्ट्री के लिए पहुंच रहे हैं.

देखें रिपोर्ट

लगभग 22 करोड़ का नुकसान
वहीं, जिला निबंधन पदाधिकारी मनिन्द्र नाथ झा ने कहा कि लॉकडाउन और बाढ़ के कारण लोगों की आवाजाही प्रभावित है. जिसके कारण रजिस्ट्री कराने वाले लोगों में काफी कमी आई है. उन्होंने कहा कि पिछले साल 2019-20 अप्रैल से लेकर जुलाई तक में 42 करोड़ का राजस्व आया था. निबंधन कार्यालय के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल अप्रैल से लेकर जुलाई तक में 20 करोड़ का राजस्व आया है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन अवधि में केवल उन्हीं लोगों को रजिस्ट्री कराने की इजाजत है, जिन्होंने पहले से ऑनलाइन समय ले रखा है.

दरभंगा: जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और बाढ़ के कारण जमीन की खरीद-बिक्री का काम ठप सा पड़ गया है. मार्च महीने के बाद से राज्यभर में कोरोना के संक्रमण के को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण जमीन रजिस्ट्री कराने वालों की संख्या में काफी कमी आ गई है. इससे विभाग को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है.

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निबंधन कार्यालय, दरभंगा

दरअसल लॉकडाउन के पहले जिला अवर निबंधन कार्यालय में जमीन की रजिस्ट्री के लिए लोगों की लाइन लगी रहती थी. परिसर में पांव रखने तक की जगह नहीं मिलती थी, लेकिन कोरोना और बाढ़ के कारण हालात ऐसे बदले कि परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है. एक दो लोग ही जमीन की रजिस्ट्री के लिए पहुंच रहे हैं.

देखें रिपोर्ट

लगभग 22 करोड़ का नुकसान
वहीं, जिला निबंधन पदाधिकारी मनिन्द्र नाथ झा ने कहा कि लॉकडाउन और बाढ़ के कारण लोगों की आवाजाही प्रभावित है. जिसके कारण रजिस्ट्री कराने वाले लोगों में काफी कमी आई है. उन्होंने कहा कि पिछले साल 2019-20 अप्रैल से लेकर जुलाई तक में 42 करोड़ का राजस्व आया था. निबंधन कार्यालय के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल अप्रैल से लेकर जुलाई तक में 20 करोड़ का राजस्व आया है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन अवधि में केवल उन्हीं लोगों को रजिस्ट्री कराने की इजाजत है, जिन्होंने पहले से ऑनलाइन समय ले रखा है.

Last Updated : Sep 22, 2020, 3:52 PM IST
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